By अनुराग गुप्ता | Mar 04, 2021
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के मद्देनगर राजनीतिक पार्टियां चुनावी रणनीति बनाने में जुटी हुई है। बंगाल में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच मुकाबला अहम मुकाबला होने की उम्मीद है। ऐसे में राष्ट्रीय जनता दल और समाजवादी पार्टी ने ममता बनर्जी को अपना समर्थन दिया है। इसी क्रम में अब शिवसेना का भी बयान सामने आया है।
कभी भाजपा की सहयोगी रही शिवसेना अब भाजपा को रोकने के लिए तृणमूल कांग्रेस के साथ हाथ मिलाने को तैयार है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने पश्चिम बंगाल में पार्टी उम्मीदवारों को नहीं उतारने का फैसला किया है। इसके साथ ही उन्होंने ममता बनर्जी को समर्थन देने की भी बात कही है।
संजय राउत ने ट्वीट किया कि बहुत से लोग यह जानना चाहते हैं कि शिवसेना बंगाल में विधानसभा चुनाव लड़ेगी या नहीं ? इसीलिए पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे से इस विषय पर बातचीत कर अपडेट शेयर कर रहा हूं। उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान परिस्थितियों को देखने पर ऐसा लगता है कि यह 'दीदी बनाम ऑल' की लड़ाई है। उन्होंने आगे ऑल का मतलब भी बताया। संजय राउत ने कहा कि ऑल M's का मतलब है कि मनी, मसल, मीडिया और इनका इस्तेमाल ममता दीदी के खिलाफ किया जा रहा है।
संजय राउत ने कहा कि शिवसेना ने यह निर्णय लिया है कि वह पश्चिम बंगाल विधानसभा का चुनाव नही लड़ेगी और पार्टी उनके साथ खड़ी रहेगी। हम ममता दीदी की सफलता चाहते हैं क्योंकि वह वास्तविक रियल बंगाल टाइग्रेस हैं। आपको बता दें कि एनडीए का हिस्सा रही शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाई थी और अब पार्टी भाजपा को रोकने के लिए ममता दीदी का समर्थन कर रही है।