Monsoon Diet Tips: मानसून में सेहतमंद रहने के लिए इन चीजों का न करें सेवन, वरना बीमार पड़ सकते हैं आप

By अनन्या मिश्रा | Jul 10, 2025

मानसून का मौसम हमें गर्मी से भले ही राहत देता है। लेकिन यह मौसम अपने साथ कई सेहत संबंधी चुनौतियां भी लाता है। इस दौरान बढ़ती नमी की वजह से हवा में बैक्टीरिया और फंगस पनपने की संभावना काफी ज्यादा बढ़ जाती है। इसका सीधा असर हमारे पाचन तंत्र और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर पड़ती है। इसी वजह से इस मौसम में कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे होते हैं, जिनको हम हेल्दी मानते हैं, लेकिन यह हमारी सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है। इन चीजों को खाने से संक्रमण, फूड पॉइजनिंग या अन्य पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको उन चार चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनको खाने से परहेज करना चाहिए।


मशरूम

मशरूम में प्रोटीन और विटामिन्स भरपूर मात्रा में पाया जाता है। हालांकि मानसून में इसको खाने से बचना चाहिए। क्योंकि नमी की वजह से मशरूम पर फंगस और बैक्टीकिया आसानी से पनपते हैं। खासकर यदि सही तरीके से साफ न किए जाएं। ऐसे में दूषित मशरूम खाने से उल्टी, पेट दर्द और फूड पॉइजनिंग आदि हो सकती है। इसलिए बारिश के मौसम में खाने से परहेज करना चाहिए।

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हरी पत्तेदार सब्जियां

पालक, मेथी और सरसों जैसी हरी पत्तेदार सब्जियों में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पायी जाती है। बारिश के मौसम में इनको खाने से बचना चाहिए। क्योंकि नमी की वजह से सब्जियों पर बैक्टीरिया, कीड़े और कीटनाशक जमा हो जाते हैं। जोकि अच्छे से धोने के बाद भी रह सकते हैं। इन चीजों का सेवन करने से पेट में संक्रमण, जी मचलना या फिर दस्त आदि की समस्या हो सकती है।


सीफूड्स

बारिश के मौसम में सीफूड्, जैसे झींगा, मछली और केकड़े आदि जोखिम भरे हो सकते हैं। वहीं इस मौसम में समुद्री जीवों में टॉक्सिन्स और बैक्टीरिया की मात्रा बढ़ जाती है और यह पेट के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। अगर आप तटीय क्षेत्रों में रहते हैं, तो ताजा सीफूड्स चुनना चाहिए और उसको अच्छे से पकाकर खाएं।


स्ट्रीट फूड

मानसून में स्ट्रीट फूड्स जैसे चाट, पकौड़े और गोलगप्पे आदि खाना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह साबित हो सकते हैं। सड़क किनारे बिकने वाले यह खाद्य पदार्थ अक्सर दूषित पानी, अनहाइजेनिक तरीके और गंदे बर्तनों में बनते हैं। इससे टाइफॉइड, पीलिया और डायरिया आदि का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए घर पर बने ताजे और गर्म खाने को प्राथमिकता देनी चाहिए।

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