फिडे ने विश्व चैंपियनशिप मुकाबले के लिए बोली प्रक्रिया शुरू की, लगभग 80 करोड़ रुपये का बजट रखा

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एआईसीएफ को अगर प्रतिभाशाली डी गुकेश और मौजूदा चैंपियन चीन के डिंग लिरेन के बीच विश्व चैंपियनशिप मुकाबले की मेजबानी करनी है तो उसे 80 करोड़ रुपये (9.6 मिलियन अमेरिकी डॉलर) से अधिक खर्च करने होंगे। यह मुकाबला अस्थायी रूप से 20 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच निर्धारित है।

अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) को अगर प्रतिभाशाली डी गुकेश और मौजूदा चैंपियन चीन के डिंग लिरेन के बीच विश्व चैंपियनशिप मुकाबले की मेजबानी करनी है तो उसे 80 करोड़ रुपये (9.6 मिलियन अमेरिकी डॉलर) से अधिक खर्च करने होंगे। यह मुकाबला अस्थायी रूप से 20 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच निर्धारित है। शतरंज की वैश्विक नियामक संस्था फिडे ने शनिवार को बहुप्रतीक्षित मैच के लिए संभावित बोलीदाताओं से निविदाएं आमंत्रित कीं। एआईसीएफ के नवनिर्वाचित सचिव देव पटेल ने गुरुवार को ग्रैंड फिनाले की मेजबानी करने के लिए राष्ट्रीय निकाय की इच्छा व्यक्त की।

गुकेश की मौजूदगी के कारण एआईसीएफ इसमें दिलचस्पी ले रहा है। सत्रह साल के गुकेश सोमवार को टोरंटो में कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतकर विश्व खिताब के लिए सबसे कम उम्र के चैलेंजर बने हैं। संभावित बोली लगाने वाले के लिए फिडे द्वारा उल्लिखित बुनियादी मानदंड को पूरा करना होगा। इसमें वैश्विक निकाय के लिए 8.5 मिलियन डॉलर (लगभग 71 करोड़ रुपये) का बजट और 1.1 मिलियन डॉलर (लगभग नौ करोड़ रुपये) की सुविधा शुल्क है। टूर्नामेंट की अवधि 25 दिन की है। फिडे द्वारा प्रदान की जाने वाली कुल पुरस्कार राशि लगभग 2.5 मिलियन डॉलर (20 करोड़ रुपये से अधिक) है जो 2023 में पुरस्कार राशि दो मिलियन डॉलर (लगभग 17 करोड़ रुपये) से बढ़ा दी गई थी।

फिडे इस मामले में 31 मई तक कोई फैसला करेगा।  पटेल ने इससे पहले पीटीआई से कहा था, ‘‘हम शतरंज की शीर्ष संस्था फिडे के साथ चर्चा के लिए तैयार हैं और हमें यकीन है कि सर्वश्रेष्ठ विश्व चैंपियनशिप का आयोजन भारत में होगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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