तेल विपणन कंपनियां ओडिशा में 10 हजार ग्रामीण महिलाओं को बनाएंगी ‘उज्ज्वला दीदी’

घोष ने कहा कि राज्य में एलपीजी उपभोक्ताओं की वृद्धि में अकेले प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का योगदान है। उन्होंने कहा कि राज्य में यह योजना 20 जून 2016 से शुरू हुई और तब से गरीब महिलाओं को 39 लाख एलपीजी कनेक्शन दिये जा चुके हैं।
भुवनेश्वर। तेल विपणन कंपनियां ओडिशा में उज्ज्वला योजना के तहत वितरित एलपीजी कनेक्शन का इस्तेमाल जारी रखना सुनिश्चित करने के लिये 10 हजार से अधिक ग्रामीण महिलाओं को ‘उज्ज्वला दीदी’ का दर्जा देकर उन्हें ऊर्जा दूत बनायेंगी। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन और एसएलसी ऑयल इंडस्ट्री के मुख्य महाप्रबंधक शुभजीत घोष ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘दस हजार से अधिक उज्ज्वला दीदियों की पहचान की गयी है जो राज्य में जमीनी स्तर पर ऊर्जा के एंबेसडर का काम करेंगी। उन्होंने कहा कि उज्ज्वला दीदी राज्य में वितरकों तथा मौजूदा एवं संभावित एलपीजी उपभोक्ताओं के बीच पुल का काम करेंगी। राज्य में एलपीजी उपभोक्ताओं की संख्या 2014 के 20 लाख से बढ़कर फरवरी 2019 में करीब 78 लाख पर पहुंच गयी है।
LIVE : Union Minister Shri @dpradhanbjp addresses ''Ujjwala Didi Samabesh'' in Bhubaneswar. https://t.co/wLTnTX3ytD
— BJP Odisha (@BJP4Odisha) February 23, 2019
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घोष ने कहा कि राज्य में एलपीजी उपभोक्ताओं की वृद्धि में अकेले प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का योगदान है। उन्होंने कहा कि राज्य में यह योजना 20 जून 2016 से शुरू हुई और तब से गरीब महिलाओं को 39 लाख एलपीजी कनेक्शन दिये जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि ओडिशा में एलपीजी घनत्व 2014 में जहां 20 प्रतिशत था वह बढ़कर 73 प्रतिशत तक पहुंच गया।
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हालांकि, सफलतापूर्वक लागू की गई किसी भी योजना के लिये उसकी निरंतरता महत्वपूर्ण है। यही वजह है कि तेल विपणन कंपनियां उज्ज्वला दीदी की अवधारणा के साथ आगे आईं हैं। इनकी पहचान प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों में से ही की गई है।
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