RBI ने वृद्धि दर का अनुमान घटा कर 6.9 प्रतिशत किया
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने चालू वित्त वर्ष 2016-17 के आर्थिक वृद्धि के अनुमान को 7.1 प्रतिशत से घटा कर 6.9 प्रतिशत कर दिया है।
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने चालू वित्त वर्ष 2016-17 के आर्थिक वृद्धि के अनुमान को 7.1 प्रतिशत से घटा कर 6.9 प्रतिशत कर दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि अप्रैल 2017 से शुरू होने वाले नए वित्त वर्ष में आर्थिक गतिविधियां तेजी से सुधरेंगी और वृद्धि 7.4 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी। केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने द्वैमासिक मौद्रिक नीति समिक्षा में फौरी ब्याज दर रेपो को 6.25 के स्तर पर अपरिवर्तित रखा और कहा कि वह मुद्रास्फीति पर नोटबंदी के असर और उत्पादन में कमी के अंतर के प्रभावों को अभी और भांपना चाहता है। पर इसी के साथ केंद्रीय बैंक ने अपने नीति गत रख को ‘नरम’ की जगह ‘तटस्थ’ कर दिया। उसके मौद्रिक रुख से दिन में शेयर बाजारों में तेजी गिरावट देखी गयी पर बाद में बाजार संभल गए थे।
अपनी छठी द्वैमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा के वक्तव्य में रिजर्व बैंक ने कहा कि कि 2016-17 में सकल मूल्य-वर्धन (जीएवी) 6.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है। वर्ष 2017-18 में वृद्धि में तेज सुधार होने और जोखिम संतुलन में रहने के साथ जीएवी के 7.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है। आरबीआई ने सात दिसंबर को पिछली समीक्षा में चालू वित्त वर्ष की आर्थिक वृद्धि 7.1 प्रतिशत और अगले वित्त वर्ष की वृद्धि 7.6 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था।
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