अब वीडियो शूट का खुमार चढ़ा है आतंकियों को

अभी तक आतंकियों ने चेतावनियां तथा धमकियां जारी करने के वीडियो ही सोशल मीडिया पर अपलोड किए थे लेकिन अब वे किसी हमले की तैयारी से पहले या मुठभेड़ के शुरू होने से पहले भी वीडियो बनाने का जुनून पाले हुए हैं।

कश्मीर में सक्रिय आतंकियों में आजकल एक नया खुमार छाया हुआ है। यह शौक वीडियो बनाने का है। आतंकियों ने वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने का शौक भी पाल लिया है। अभी तक आतंकियों ने चेतावनियां तथा धमकियां जारी करने के वीडियो ही सोशल मीडिया पर अपलोड किए थे लेकिन अब वे किसी हमले की तैयारी से पहले या मुठभेड़ के शुरू होने से पहले भी वीडियो बनाने का जुनून पाले हुए हैं।

पिछले महीने दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग जिला के आवूरा गांव में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ से पहले तीन स्थानीय आतंकियों द्वारा शूट किया गया वीडियो वायरल हो गया था। ऐसा पहली बार हुआ है। वीडियो में देखे गए तीनों आतंकियों को मार गिराने के बाद मुठभेड़ समाप्त हो गई थी।

पहलगाम कस्बे के आवूरा गांव के एक रिहायशी मकान को घेर कर सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान चलाया। जाहिर है कि मुठभेड़ से कुछ पल पहले तीन सशस्त्र आतंकियों ने एक कमरे में वीडियो शूट किया था जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। बिना किसी घबराहट के आतंकियों को राइफलें उठाते और यह कहते कि वह अच्छी तरह से लड़ेंगे सुना गया। उन्होंने लोगों से यह भी आग्रह किया कि उनकी मौत के बाद मकान मालिक को परेशान नहीं किया जाए।

इससे पहले पिछले साल जुलाई में हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद प्रदर्शनकारियों ने रिहायशी मकान को आग के हवाले कर दिया था। लोगों ने मकान मालिक पर बुरहान वानी के बारे में सुरक्षा बलों को जानकारी देने का आरोप लगाया था।

गत 15 जनवरी को मकान के आसपास सुरक्षा बलों द्वारा घेराबंदी किए जाने के वक्त तीनों आतंकियों आबिद शेख, मकसूद अहमद शेख और आदिल रेशी जो हिजबुल से जुड़े थे को वीडियो में देखा गया। उसके बाद हुई मुठभेड़ में तीनों आतंकियों को मार गिराया गया। मारे गए आतंकियों को उससे पहले छह आतंकियों के समूह के साथ बर्फ से ढके पहाड़ों पर ट्रैकिंग करते और एक दूसरे पर बर्फ फेंकते भी देखा गया था। सूत्रों के अनुसार कोकरनाग इलाके में शूट किए गए वीडियो के विश्लेषण के बाद आतंकी समूह का पता लगाया गया था।

पुलिस को शक है कि नवीनतम वीडियो मकान के एक सदस्य द्वारा शूट किया गया था। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि जिस मकान की घेराबंदी की गई उसमें कम से कम 8 लोग थे। उनको बचाया गया और आतंकियों को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया था लेकिन उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी जिसके बाद मुठभेड़ में तीनों आतंकियों को मार गिराया गया।

उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि परिवार में से किसी ने वीडियो को शूट किया। उसने शायद किसी से वह साझा किया था और बाद में वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। लेकिन इन सभी चीजों की जांच हो रही है।

- सुरेश एस डुग्गर

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