‘नो-बॉल’ बहस: वह फुल टॉस गेंद थी जिसे अम्पायर ने सामान्य गेंद करार दिया : सैमसन
दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान पंत ‘नो बॉल’ करार नहीं करने पर काफी नाराज थे।
मुंबई| राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन ने शुक्रवार को यहां इंडियन प्रीमियर लीग मैच में दिल्ली कैपिटल्स पर मिली जीत के बाद ‘नो-बॉल’ संबंधित बहस पर कहा कि यह फुल टॉस गेंद थी जिसे अंपायर ने इसे सामान्य गेंद दिया और वह अपने फैसले पर अडिग रहे।
जोस बटलर (119 रन) के शतक और साथी सलामी बल्लेबाज देवदत्त पडीक्कल (54 रन) के साथ पहले विकेट के लिये 155 रन की साझेदारी की बदौलत राजस्थान रॉयल्स ने दो विकेट पर 222 रन बनाये।
दिल्ली कैपिटल्स 20 ओवर में आठ विकेट पर 207 रन ही बना सकी। दिल्ली कैपिटल्स को अंतिम ओवर में 36 रन चाहिए थे। रावमैन पॉवेल (28 रन, 15 गेंद, पांच छक्के) ने ओबेद मैकॉय की पहली तीन गेंदों पर छक्के जड़ दिये।
लेकिन तीसरी गेंद को ‘नो-बॉल’ करार नहीं करने पर दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान ऋषभ पंत अपने खिलाड़ियों को मैदान से बाहर बुलाने लगे। कोच प्रवीण आमरे इशारे से ‘नो-बॉल’ चेक करने को कह रहे थे, इससे कुछ देर तक मैच रूक गया।
इस पर प्रतिक्रिया करते हुए सैमसन ने कहा, ‘‘यह छक्का था, यह फुल टॉस गेंद थी। अंपायर ने इसे सामान्य गेंद करार किया था। लेकिन बल्लेबाज इसे ‘नो-बॉल’ करने की मांग कर रहे थे। लेकिन अंपायर ने अपना फैसला स्पष्ट कर दिया था और वह इस पर अडिग रहे। ’’
‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुने गये बटलर का यह आईपीएल 2022 में तीसरा शतक था। इस पर उन्होंने कहा, ‘‘यह सचमुच विशेष था। मैंने इसका लुत्फ उठाया। मुझे यह वानखेड़े स्टेडियम पसंद है जहां मैंने मुंबई इंडियंस के साथ पहला आईपीएल खेला था। मैं अपनी जिंदगी की सर्वश्रेष्ठ फॉर्म का लुत्फ उठा रहा हूं और इसे जारी रखना चाहूंगा। ’’ दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान पंत ‘नो बॉल’ करार नहीं करने पर काफी नाराज थे।
उन्होंने कहा, ‘‘पॉवेल ने हमें अंत में मौका मुहैया कराया था। मुझे लगा कि ‘नो बॉल’ हमारे लिये महत्वपूर्ण हो सकती थी। मुझे लगता है कि हम उस नो बॉल को चेक कर सकते थे। लेकिन यह मेरे नियंत्रण में नहीं था। हां, मैं निराश हूं लेकिन इसके बारे में कुछ नहीं कर सकता। मैदान में सभी ने देखा कि यह करीबी नहीं बल्कि नो बॉल थी। मुझे लगता है कि अंपायर को हस्तक्षेप करना चाहिए था।
अन्य न्यूज़