युवाओं के नाम रहेगा आईपीएल−2025, वैभव सूर्यवंशी ने जीता सभी का दिल

Vaibhav Suryavanshi
ANI

गुजरात के खिलाफ वैभव सूर्यवंशी ने चौकों और छक्कों की ऐसी झड़ी लगाई कि सब देखते ही रह गए। गुजरात टीम का कोई भी गेंदबाज उस पर अंकुश नहीं लगा पाया। प्रसिद्ध कृष्णा और राशिद खान समेत सभी गेंदबाज बौने नजर आ रहे थे। उसके बल्ले से 11 छक्के और 7 चौके निकले।

इस बार के आईपीएल में कई युवा अपना परचम लहरा रहे हैं। जहां 43 साल के महेंद्र सिंह धोनी हैं तो वहीं 14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है। वह नए भारत की सनसनी है। उसे चहुंओर सराहना मिल रही है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 में वैभव राजस्थान रायल्स की ओर से खेल रहे हैं। 28 अप्रैल  को जयपुर में गुजरात टाइटंस के खिलाफ वैभव ने ऐसी धुंआधार पारी खेली कि सबकी आंखे खुली रह गईं। 35 गेंदों में उसने शतक जड़ दिया। टी−20 फार्मेट में सबसे कम उम्र में शतक बनाने का यह नया रिकॉर्ड है। इससे पहले राजस्थान टीम के ही यूसुफ पठान ने 15 साल पहले 37 गेंद में शतक लगाया था। उस समय वैभव का जन्म भी नहीं हुआ था। बिहार के समस्तीपुर  से आने वाले वैभव सूर्यवंशी को देश का नया सितारा कहा जाने लगा है। उसे अपने पहले मैच के लिए काफी इंतजार करना पड़ा। आईपीएल 2025 में 19 अप्रैल को जब उसने अपने पहले मैच में पहली गेंद का सामना करते हुए छक्का लगाया था तभी से उसकी निडर बल्लेबाजी की तारीफ होने लगी। वैभव के सामने गेंदबाज थे शार्दुल ठाकुर जो भारतीय टीम की ओर से भी खेल चुके हैं। लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ यह उसका डेब्यू मैच था। उसने 20 गेंद में 34 रन बनाए थे। वैभव की इस छोटी सी पारी ने सबका मन मोह लिया। यहां तक कि विपक्षी टीम लखनऊ सुपर जायंट्स के मालिक संजीव गोयनका ने भी उसे दुलारते हुए उसकी सराहना की। हालांकि, राजस्थान रॉयल्स की टीम अपने घरेलू मैदान पर यह मैच 2 रन से हार गई। यह मुकाबला बड़ा रोमांचक था।

  

मगर, गुजरात के खिलाफ वैभव सूर्यवंशी ने चौकों और छक्कों की ऐसी झड़ी लगाई कि सब देखते ही रह गए। गुजरात टीम का कोई भी गेंदबाज उस पर अंकुश नहीं लगा पाया। प्रसिद्ध कृष्णा और राशिद खान समेत सभी गेंदबाज बौने नजर आ रहे थे। उसके बल्ले से 11 छक्के और 7 चौके निकले। आप सोच सकते हैं कि बिहार के इस किशोर ने कितनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की होगी। जब उसका शतक पूरा हुआ तो पूरा ड्रेसिंग रूम उसके सम्मान में खड़ा हो गया। राजस्थान टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ भी उछल पड़े। सभी साथी खड़े होकर उसे बधाई दे रहे थे। पूरा सवाई मान सिंह स्टेडियम वैभव के शतक बनने पर झूम रहा था। सबसे बड़ी बात तो यह कि वैभव बांए हाथ से बैटिंग करते हैं और यशस्वी जायसवाल के साथ पारी की शुरुआत करने की जिम्मेदारी निभाते हैं। इससे यह भी पता चलता है कि आईपीएल के माध्यम से आज कई युवा अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं। पंजाब टीम की ओर से खेल रहे युवा प्रियांश ने भी एक जबर्दर्स्त पारी से सबका दिल जीत लिया है। चेन्नई की टीम में आयुष म्हात्रे ने एक कमाल की पारी खेली है। केरल के युवा विग्नेश पुथुर ने मुंबई की ओर से खेलते हुए अपने पहले ही मैच में 32 रन देकर 3 विकेट झटक लिये। ये युवा ही देश का भविष्य हैं। इन्हें हम भारतीय टीम में देख सकते हैं।

इसे भी पढ़ें: बिहार के खेल ‘वैभव’ से दुनिया हो रही परिचित

आईपीएल एक ऐसा लोकप्रिय मंच है जहां दमदार प्रदर्शन करके भारतीय टीम में शामिल होने का अवसर मिलता है। वैभव ने निर्भीक बल्लेबाजी का ऐसा नमूना पेश किया है कि उसे भारतीय टीम के भविष्य नया सितारा बताया जा रहा है। उसे आईपीएल−2025 की खोज कहना गलत नहीं होगा। जब राजस्थान रायल्स ने वैभव सूर्यवंशी को एक करोड़ रुपये में अपने साथ जोड़ा तो बहुतों को बड़ी हैरानी हुई। लोगों ने सोचा कि 14 साल का यह लड़का कौन सा तीर मार लेगा। टीवी पर एक रोचक विज्ञापन भी आया जिसमें महेंद्र सिंह धोनी और राजस्थान टीम के कप्तान संजू सैमसन इतने कम उम्र के खिलाड़ी पर बातचीत कर रहे हैं। धोनी लगभग कटाक्ष करते हैं जिसका सैमसन बड़ी होशियारी से जवाब देते हैं।

पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर यदि किसी की सराहना करें तो समझिए बड़ी बात है। वैभव सूर्यवंशी के जोरदार शतक पर उन्होंने एक्स पर लिखा−' वैभव का निडर दृष्टिकोण, बल्लेबाजी की गति, लेंथ का जल्द अनुमान लगाना और आती हुई गेंद पर पूरी ताकत से प्रहार करना उनकी शानदार पारी का नुस्खा था। इसी का परिणाम था कि वह 38 गेंद में 101 रन बना पाए।' यूसुफ पठान ने भी आईपीएल में सबसे तेज शतक का अपना रिकॉर्ड तोड़ने पर वैभव को बधाई दी है। देश के एक और पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह ने कहा है कि 'वह निडर रवैए के साथ खेल रहा है। अगली पीढ़ी के इस युवा के प्रदर्शन से मुझे गर्व है।' पूर्व सलामी बल्लेबाज श्रीकांत कहते हैं− 'हम एक अभूतपूर्व बल्लेबाज का उदय देख रहे हैं।' 

जाहिर है, आज हर भारतीय इस लड़के पर गर्व कर रहा है। भारतीय टीम में वैभव सूर्यवंशी का प्रवेश कब होगा, यह बताना आसान नहीं है। अभी उसे लंबा सफर तय करना है। आईपीएल के प्रदर्शन से भविष्य के लिए संकेत जरूर मिलता है लेकिन उसे निरंतरता बनाए रखनी होगी। केवल एक शतक से इतनी जल्दी अनुमान लगाना उचित नहीं होगा। शतक लगाने के बाद अगले मैच में वह शून्य पर आउट हो गया। वैसे भी हर मैच में वह शतक नहीं लगा सकता क्योंकि क्रिकेट अनिश्चितताओं से भरा खेल है। राजस्थान की टीम इस बार खिताबी दौड़ से बाहर हो गई है। उसका प्रदर्शन बढि़या नहीं रहा है।  

बिहार के वैभव ने इतने कमाल का प्रदर्शन किया है तो उसे पुरस्कार देने में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तनिक भी देर नहीं लगाई। उन्होंने आईपीएल के इतिहास में सबसे कम उम्र के वैभव सूर्यवंशी द्वारा शतक लगाने पर बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। राज्य सरकार उसे 10 लाख रुपये की सम्मान राशि भी देगी।

(इस लेख में लेखक के अपने विचार हैं।)
We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़