जॉली एलएलबी 2: दमदार कहानी और जानदार अभिनय
अभिनय के मामले में अक्षय कुमार ने वाकई बेहतरीन काम किया है। फिल्म में एक्शन भी है और उसमें भी अक्षय खूब जमे हैं। हुमा कुरैशी का काम भी दर्शकों को पसंद आएगा।
इस सप्ताह प्रदर्शित फिल्म 'जॉली एलएलबी-2' कथानक और अभिनय के लिहाज से बॉलीवुड की उम्दा फिल्मों में से है। सुपरहिट फिल्म 'जॉली एलएलबी' के सीक्वेल में इस बार जॉली के रोल में अरशद वारसी की जगह अक्षय कुमार हैं। शुरू में एक नौसिखिया वकील रहा व्यक्ति कैसे परिस्थितियों से जूझते जूझते एक कामयाब वकील बन जाता है। इसको आधार बनाते हुए निर्देशक सुभाष कपूर ने जो कहानी रची है वह दर्शकों को पूरे समय बांधे रखती है। फिल्म पूरी तरह मनोरंजक तो है ही साथ ही इसके माध्यम से आपको कानून की कई बारीकियां भी पता चलेंगी।
फिल्म की कहानी जगदीश्वर मिश्रा उर्फ जॉली (अक्षय कुमार) के इर्दगिर्द घूमती है। कहानी के दो पहलू हैं। एक में दिखाया गया है कि जॉली कानपुर में प्रसिद्ध वकीलों के सहायक के तौर पर कैरियर की शुरुआत करता है। वह अपनी पत्नी के आगे-पीछे घूमते रहने वाले पतियों में से है। उसकी पत्नी पुष्पा पांडे (हुमा कुरैशी) को ब्रांडेड कपड़े और महंगी घड़ियों का शौक है। इनका एक बेटा गोलू भी है जिसे यह बहुत प्यार करते हैं। एक बार जॉली एक महिला हिना सिद्दीकी (सैयानी गुप्ता) के साथ छल करता है। हिना के पति की हत्या हो चुकी है जब उसका केस जॉली के पास आता है तो हिना आत्महत्या कर लेती है क्योंकि उसे लगता है कि छल करने वाला यह व्यक्ति उसे न्याय नहीं दिला पाएगा। अब जॉली को पश्चाताप होता है और वह इस केस को सुलझाने में लग जाता है। फिल्म में कोर्ट रूम की बहसें काफी अच्छी हैं और दर्शक उनका आनंद लेंगे खासकर जज के रूप में सौरभ शुक्ला के 'वन लाइनर' बहुत मजेदार हैं।
अभिनय के मामले में अक्षय कुमार ने वाकई बेहतरीन काम किया है। फिल्म में एक्शन भी है और उसमें भी अक्षय खूब जमे हैं। हुमा कुरैशी का काम भी दर्शकों को पसंद आएगा। विपक्षी वकील प्रमोद माथुर (अनु कपूर), जज (सौरभ शुक्ला) के किरदार फिल्म खत्म होने के बाद भी दिलोदिमाग पर छाये रहते हैं। फिल्म की कहानी कहीं भी पटरी से उतरी नहीं है और तेज गति से आगे बढ़ती प्रतीत होती है। निर्देशक सुभाष कपूर की यह फिल्म देखने लायक है।
कलाकार- अक्षय कुमार, हुमा कुरैशी, अनु कपूर, सौरभ शुक्ला और निर्देशक सुभाष कपूर।
प्रीटी
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