नटराज आसन करने से सेहत को मिलते हैं अद्भुत लाभ, जानें इसे करने का सही तरीका और सावधानियाँ

natrajasana
unsplah

योग के कई आसन हैं जिनके नियमित अभ्यास से हमें स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। ऐसा ही एक आसान है नटराज आसन। यह एक नृत्य आसन भी है। इस आसन की खास बात यह भी है की यह भगवान शंकर का मुख्य आसन माना जाता है। यह आसन योग मुद्रा से शरीर को संतुलित करने में मदद करता है।

हमारी व्यस्त जीवनशैली में हम अक्सर अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही कर जाते हैं। स्वस्थ्य रहने के लिए शारीरिक गतिविधि बहुत जरूरी होती है। इसके लिए योग एक अच्छा विकल्प है। योग के कई आसन हैं जिनके नियमित अभ्यास से हमें स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। ऐसा ही एक आसान है नटराज आसन।  यह एक नृत्य आसन भी है। इस आसन की खास बात यह भी है की यह भगवान शंकर का मुख्य आसन माना जाता है। यह आसन योग मुद्रा से शरीर को संतुलित करने में मदद करता है। आज हम आपको नटराज आसन के फायदे के बारे में बताएंगे।

इसे भी पढ़ें: रनिंग को बनाना है अधिक मजेदार तो अपनाएं यह आसान टिप्स

नटराज आसन करने का तरीका

नटराज आसन करने के लिए सबसे सीधे पहले खड़े हो जाएं। उसके बाद पंजों को एक साथ रखें और आंखों की सीध में किसी पॉइंट पर दृष्टि केंद्रित करें।

उसके बाद दाएं घुटने को मोड़ें और शरीर के पीछे दाहिने हाथ से टखने को पकड़ लें।

अब दोनों घुटनों को एक साथ रखते हुए संतुलन बनाने की कोशिश करें।

उसके बाद धीरे-धीरे दाहिने पैर को उठाते हुए पीछे की ओर तानें और जितना संभव हो ऊंचा उठायें। यह पता कर लें कि दायां कुल्हा बिल्कुल भी ना मुड़े और पैर शरीर के ठीक पीछे ऊपर की ओर उठे।

बाएं हाथ की तर्जनी के आगे वाले भाग और अंगूठे को ज्ञान मुद्रा में लाकर बाएं हाथ को शरीर के सामने ऊपर तरफ उठायें। साथ ही अपनी दोनों आंखों को बाएं हाथ पर केंद्रित करें।

अपनी इच्छा अनुसार इस अवस्था को बनाये रखें। साथ ही बाएं हाथ को एक साथ रखें।

नटराज आसन के लाभ

इस आसन को करने से तंत्रिका तंत्र में संतुलन बना रहता है।

इस आसन को नियमित रूप से करने से शरीर में नियंत्रित विकास होता है।।इस आसन से मानसिक एकाग्रता में विकास होता है।

इस आसन को करने से वजन में काफ़ी कमी आती है।

यह आसन तनाव को कम करने के लिए बहुत ही ज्यादा मददगार है।

नटराजन आसन को करने से पैरों में लचीलता आती है।

इस आसन को करने से मन बहुत ही शांत रहता है। यह आसन मन के विकास के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है।

यह शरीर की मुद्रा में सुधार करता है।

नटराजासन करने से थाई, हिप्स, टखनों और सीने की मसल्स को स्ट्रेच करने से बहुत फायदा होता है।

इस आसन को करने से कंधों एवं मस्तिष्क में कैल्शियम  जमा होना रुक जाता है।

इसे भी पढ़ें: एक्सरसाइज करने का नहीं मिल रहा है समय तो खुद को फिट रखने के लिए आजमाएं ये टिप्स

नटराज  आसन की सावधानियां

जिन लोगो को घुटनों में बहुत दर्द रहता है। उन्हें इस आसन को करने से परहेज करना चाहिए।

वैरिकोस नस से परेशान रहने वाले व्यक्ति को इस आसन का अभ्यास नहीं करना चाहिए।

साइटिका के रोगियों को इससे दूरी बना के रखनी चाहिए।

जिन लोगो को रीढ़ की हड्डी में कोई परेशानी हो तो उन्हें इस आसन को करने से बचना चाहिए।

- प्रिया मिश्रा 

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़