Banana in Summer: गर्मियों में इन 5 तरीकों से केले को डाइट में करें शामिल, एक्सपर्ट से जानिए इसका फायदा
केले में फाइबर का अच्छा स्त्रोत होने के कारण इसको पचाने में भी अधिक दिक्कत नहीं होती है और केले के सेवन से कब्ज की समस्या नहीं होता है। आज हम आपको इसे डाइट में शामिल करने के 5 तरीकों के बारे में बता रहे हैं।
आज के समय में हर व्यक्ति अपने स्वास्थ्य को लेकर जागरुक हो गया है। बता दें कि केला भी हमारे स्वास्थ्य को कई तरह से लाभ पहुंचाता है। इसके सेवन से आंतों में गुड बैक्टीरिया को बढ़ावा मिलता है और इसमें फाइबर का भी अच्छा स्त्रोत पाया जाता है। केले में फाइबर का अच्छा स्त्रोत होने के कारण इसको पचाने में भी अधिक दिक्कत नहीं होती है और केले के सेवन से कब्ज की समस्या नहीं होता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको 5 ऐसे तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं। जिनकी मदद से आप केले को गर्मियों में भी अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं।
केले से दिन की शुरूआत
हेल्थ एक्सपर्ट की मानें, तो आप अपने दिन की शुरूआत केले से कर सकते हैं। बता दें कि केले का सेवन करने से माइग्रेन, एसिडिटी और पैरों में ऐंठन की समस्या को दूर किया जा सकता है।
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मिड-डे मील में करें शामिल
इसके अलावा आप केले को मिड डे मील में भी शामिल कर सकते हैं। इसके सेवन से आप अपने शरीर को एनर्जेटिक बना सकते हैं। केले के सेवन से हाइपोथायरायडिज्म के कारण होने वाली थकान और आलस से छुटकारा मिलता है। वहीं लंच में केला खाने से मूड भी बेहतर होता है।
ट्रेडिशनल मील
बता दें कि महाराष्ट्र में ट्रेडिशनल मील शिकरण खाया जाता है। इस मील को केले के टुकड़ों को दूध, चीनी और रोटी के साथ मिलाकर खाया जाता है। यह एक होलसम मील है। ऐसे में आप भी इस ट्रेडिशनल मील का सेवन कर सकते हैं और सिरदर्द व माइग्रेन की समस्या से राहत पा सकते हैं।
डिनर के बाद
कुछ लोगों को डिनर के बाद कुछ मीठा खाने की आदत होती है। ऐसे में आप डिनर के बाद केले का सेवन कर सकते हैं। क्योंकि डिनर के बाद इसका सेवन करने से कब्ज और इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम की समस्या से राहत मिलती है। वहीं इसमें फ्रुक्टोज का लेवल कम होता है और यह शुगर क्रेविंग दूर करने का एक हेल्दी ऑप्शन भी है।
मिल्क शेक
स्मॉल मील वाले लोगों को अपनी डाइट में मिल्कशेक शामिल करना चाहिए। बता दें कि देर रात तक पढ़ाई करने वाले बच्चों और वर्कआउट के बाद के लिए यह एक परफेक्ट ऑप्शन होता है। इससे पाचन बेहतर होने के साथ ही भूख भी शांत होती है।
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