डायबिटीज को दूर करने से वजन कम करने में मददगार है भुजंगासन

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मिताली जैन । Apr 23 2019 3:29PM

जो लोग अपना वजन नेचुरल तरीके से कम करना चाहते हैं, उन्हें भी नियमित रूप से भुंजगासन का अभ्यास करना चाहिए। भुजंगासन का अभ्यास करते समय आपको पेट पर काफी खिंचाव महसूस होता है। यह वजन कम करने के लिए एक प्रभावी आसन है।

यूं तो योग विज्ञान में कई तरह के आसनों के बारे में बताया गया है जो विभिन्न तरह की शारीरिक समस्याओं को दूर करते हैं। लेकिन इन आसनों में भुजंगासन एक ऐसा विशेष आसन है जो एक नहीं, कई समस्याओं को दूर करने में सहायक है। कोबरा पोज के नाम से जाना जाने वाला भुजंगासन का अभ्यास करते समय व्यक्ति का शरीर एक कोबरा के उठाए फन की भांति हो जाता है। तो चलिए जानते हैं भुजंगासन से होने वाले फायदों के बारे में−

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बचाए मधुमेह से

भुजंगासन का अभ्यास करने से व्यक्ति कभी भी डायबिटीज का मरीज नहीं बनता। दरअसल, जब आप इसका अभ्यास करते हैं तो इससे आपके पैनक्रियाज सक्रिय हो जाते हैं और शरीर में सही मात्रा में इंसुलिन बनने लगता है।

कम करे वजन

जो लोग अपना वजन नेचुरल तरीके से कम करना चाहते हैं, उन्हें भी नियमित रूप से भुंजगासन का अभ्यास करना चाहिए। भुजंगासन का अभ्यास करते समय आपको पेट पर काफी खिंचाव महसूस होता है। यह वजन कम करने के लिए एक प्रभावी आसन है।

दूर करे कमरदर्द

भुजंगासन का अभ्यास उन लोगों के लिए भी लाभकारी है, जिन्हें किसी न किसी वजह से कमर में दर्द की शिकायत रहती है। अगर आपका काम लंबे समय तक एक ही जगह बैठने का है या अन्य किसी कारण से कमर में परेशानी है तो भुजंगासन का अभ्यास अवश्य करें। वैसे इसके नियमित अभ्यास से रीढ़ की हड्डी भी मजबूत होती है।


पाचन तंत्र में सहायक

जो लोग भुजंगासन का अभ्यास करते हैं, उन्हें पेट संबंधी परेशानियों जैसे अपच या कब्ज आदि का सामना नहीं करना पड़ता। यह न सिर्फ पाचन तंत्र को सुचारू रूप से कार्य करने के लिए प्रेरित करता है, बल्कि इससे पेट के सभी आंतरिक अंग सशक्त और सक्रिय होते हैं।

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अस्थमा का उपचार

भुजंगासन को अगर अस्थमा का एक बेहतरीन उपचार कहा जाए तो गलत नहीं होगा। जब आप इसका अभ्यास करते हैं तो इससे फेफड़ों में खिंचाव होता है। जिसके कारण फेफड़ों की क्षमता में सुधार होता है और उसमें ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर तरीके से होता है।

तनाव को कहें अलविदा

आज के समय में जब हर व्यक्ति किसी न किसी तनाव से गुजर रहा है तो थकान व तनाव को दूर करने में भुजंगासन का अभ्यास अवश्य करें। दरअसल, भुजंगासन का अभ्यास करते समय शरीर के भीतर कुछ ऐसे हार्मोन रिलीज होते हैं जो थकान, तनाव व चिंता आदि को दूर करते हैं।

मिताली जैन

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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