मिला नया अंग- अब 79 हुई मानव शरीर में अंगों की संख्या

हमारा शरीर एक जटिल संरचना है जिसकी सबसे छोटी इकाई कोशिका है। शरीर में विभिन्न कोशिकाएं मिलकर ऊतकों का निर्माण करती हैं और कई ऊतकों से मिलकर शरीर के अंग बनते हैं।

हमारा शरीर एक जटिल संरचना है जिसकी सबसे छोटी इकाई कोशिका है। शरीर में विभिन्न कोशिकाएं मिलकर ऊतकों का निर्माण करती हैं और कई ऊतकों से मिलकर शरीर के अंग बनते हैं। बच्चों, यदि आपसे शरीर के सभी अंगों के नाम पूछे जाएं तो शायद इन्हें तुरंत अंगुलियों पर नहीं गिनाया जा सकता पर, यह आपको अवश्य ही मालूम होगा कि हमारे शरीर में अब तक ज्ञात कुल अंगों की संख्या 78 है, जिसमें आकार और वजन के हिसाब से सबसे बड़ा अंग त्वचा है और हमारे शरीर का सबसे प्रमुख अंग है दिमाग जिससे शरीर के सभी अंग संचालित होते हैं।

दोस्तों, हमारे शरीर में अंगों की संख्या 78 है यह तो कहना आपका सही है किन्तु हाल ही में हुई एक नई खोज को देखें तो शरीर में अंगों की संख्या में अब एक और अंग का इजाफा हो गया है। अब हमारे शरीर में 78 नहीं बल्कि 79 अंग हैं। हमारे शरीर में इस नए अंग की खोज आयरलैंड स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ लिमरिक के वैज्ञानिकों ने की। शोधकर्ताओं का कहना है कि यह नया अंग हमारे पाचन तंत्र का एक हिस्सा है। 

शरीर के इस नए खोजे अंग को ‘मेसेन्टरी’ यानि आंत्रसंयोजी नाम दिया गया है। वैज्ञानिकों के मुताबिक यह नया अंग पेट को आंत से जोड़ता है। यूनिवर्सिटी ऑफ लिमरिक में प्रोफेसर ऑफ सर्जरी जे. केल्विन कॉफी के अनुसार ‘मेसेन्टरी’ एक एकल संरचना है जबकि पहले माना जाता था कि यह कई अलग-अलग हिस्सों से मिलकर बना है। 

शरीर में इस नए अंग की खोज से वैज्ञानिक काफी उत्साहित हैं। प्रमुख शोधकर्ता वैज्ञानिक प्रोफेसर जे. केल्विन का कहना है कि उनकी इस खोज से कई फायदे होंगे। इससे विज्ञान के उन क्षेत्रों तक भी पहुंचा जा सकेगा जो पहले पता नहीं थे। इस नई खोज से रोगों को नए सिरे से समझने में आसानी होगी। माना जा रहा है कि यह अंग अब कोलोरेक्टल कैंसर, इंफ्लेमेटरी बाउल रोग जैसी आंत से जुड़ी बीमारियों, डायबिटीज और मोटापा को समझने और इन्हें ठीक करने में अहम भूमिका निभा सकता है।

गौरतलब है कि वैज्ञानिकों की यह नई खोज जर्नल लांसेट गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी एंड हेपाटोलॉजी में प्रकाशित हुई है। मानव शरीर के इस नए अंग ‘मेसेन्टरी’ को चिकित्सा क्षेत्र से जुड़ी किताब ग्रे एनाटोमी में मानव शरीर के अंगों की जानकारी अपडेट करते हुए शामिल कर लिया गया है।

प्रोफेसर कॉफी का कहना है कि इस नए अंग की रचना विज्ञान और आकार का पता लगा लिया गया है पर, अब इस पर गहन शोध कर यह पता लगाना बाकी है कि यह अंग कौन-कौन से काम करता है। मानव शरीर के दूसरे अंगों और तंत्र की तरह अब इसके बारे में भी विस्तार से जानना जरूरी है।  

अमृता गोस्वामी

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