फ्रांस के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार: प्रमुख घटनाएं, निजी जीवन

France President
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राष्ट्रपति के तौर पर पहल बार किसी निर्वाचित पद पर आए थे, हालांकि वह अच्छे खानदान से हैं। मैक्रों ने फ्रांस के संभ्रांत स्कूल इकोले नेशनल डी एडमिनिस्ट्रेशन में अध्ययन किया और एक वरिष्ठ सिविल सेवक थे, फिर कुछ वर्षों के लिए रोथ्सचाइल्ड में एक बैंकर के रूप में कार्य किये।

पेरिस| फ्रांस के मतदाता रविवार को अपने नये राष्ट्रपति का चुनाव कर रहे हैं। इस चुनाव में फ्रांसीसी मतदाताओं को दो दृष्टिकोणों और दो बिल्कुल भिन्न लोगों में से एक का चयन करना है।

आइए, यहां डालते हैं दोनों उम्मीदवारों पर एक नजर: इमैनुएल मैक्रों केवल पांच वर्षों में, मौजूदा राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों राजनीति में युवा नौसिखिया की छवि से हटकर एक प्रमुख वैश्विक नेता के रूप में खुद को स्थापित किया है, जो यूरोपीय संघ में महत्वपूर्ण निर्णय लेने लेते हैं। वह यूक्रेन में रूस द्वारा थोपे गये युद्ध को समाप्त करने के प्रयासों में गहराई से जुड़े रहे हैं। मुखर 44 वर्षीय मध्यमार्गी मैक्रों अपनी निर्बाध कूटनीतिक सक्रियता के साथ न केवल अपना रास्ता बनाते हैं, बल्कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में अपनी जगह बनाई है।

जनमत सर्वेक्षणों में कई फ्रांसीसी नागरिक राष्ट्रपति के तौर पर उनकी प्रशंसा करते हैं और उन्हें कोविड-19 महामारी और यूक्रेन संघर्ष जैसे प्रमुख वैश्विक संकटों का सामना करने के लिए पद के योग्य मानते हैं।

राष्ट्रपति के तौर पर पहल बार किसी निर्वाचित पद पर आए थे, हालांकि वह अच्छे खानदान से हैं। मैक्रों ने फ्रांस के संभ्रांत स्कूल इकोले नेशनल डी एडमिनिस्ट्रेशन में अध्ययन किया और एक वरिष्ठ सिविल सेवक थे, फिर कुछ वर्षों के लिए रोथ्सचाइल्ड में एक बैंकर के रूप में कार्य किये। उसके बाद वह समाजवादी राष्ट्रपति फ्रांसिस ओलांद के आर्थिक सलाहकार थे।

वह 2014 से 2016 तक ओलांद की सरकार में अर्थव्यवस्था मंत्री नियुक्त किए जाने के बाद वह पर्दे के पीछे से काम करने वाले की भूमिका से निकलकर राजनीतिक परिदृश्य पर आये। उन्होंने पिछले चुनाव में धुर दक्षिणपंथी नेता मैरीन ली पेन को हराकर पिछली बार राष्ट्रपति चुनाव जीता था। मैरीन ली पेन धुर दक्षिणपंथी नेता मैरीन ली पेन फ्रांस के राष्ट्रपति पद की होड़ में तीसरी बार मैदान में उतरी हैं। वह अपने पिता ज्यांन मैरी की तरह ही उत्साही और तेजतर्रार नेता हैं। उनके पिता ने भी पांच बार राष्ट्रपति पद के लिए अपनी किस्मत आजमाई थी।

इस बार के चुनाव में भी वह पिछड़ती दिख रही हैं, लेकिन इस बार बहुत ही कम अंतर से। यदि वह निर्वाचित होती हैं तो वह अपने ‘फ्रांसीसी प्रथम’ दृष्टिकोण पर देश की राजनीति और समाज को बदलने की कोशिश करेंगी।

उन्होंने अपनी पार्टी नेशनल फ्रंट का नाम बदलकर नेशनल रैली कर दिया था और अपने पिता को 2015 में बाहर का रास्ता दिखाया था। जब उनकी चर्चित भतीजी और पूर्व सांसद मेरिऑन मारेचल ने नेशनल रैली छोड़ दी तो ली पेन ने इसे सार्जनिक पारिवारिक विवाद बनाने से बचा लिया।

मारेचल ने राष्ट्रपति पद के लिए पहले चरण के मतदान में ली पेन के धुर दक्षिणपंथी प्रतिद्वंद्वी एरिक जेमॉर का समर्थन किया है। ली पेन पेशे से वकील हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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