ताइवान के प्रतिनिधिमंडल के भारत दौरे पर चीन को आपत्ति
प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी को लेकर भारत के समक्ष चीन ने विरोध दर्ज कराया और भारत-चीन के बेहतर संबंधों को बनाये रखने के लिए उससे ताइवान से जुड़े मुद्दों से सावधानी से निपटने को कहा।
बीजिंग। चीन ने आज कहा कि उसने ताइवान के संसदीय प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी को लेकर भारत के समक्ष राजनयिक विरोध दर्ज कराया है और भारत-चीन के बेहतर संबंधों को बनाये रखने के लिए उससे ताइवान से जुड़े मुद्दों से ‘सावधानी’ से निपटने को कहा है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुवांग ने ताइवान के संसदीय प्रतिनिधिमंडल की नयी दिल्ली यात्रा के संदर्भ में मीडिया से कहा, ‘‘चीन ने भारत के समक्ष विरोध दर्ज कराया है।’’
गेंग ने कहा, ‘‘हमें आशा है कि चीन की मूल चिंताओं को भारत समझेगा और उसका सम्मान करेगा। साथ ही ‘एक-चीन’ की नीति के साथ रहेगा और ताइवान से जुड़े मुद्दों से सावधानी से निपटेगा और भारत-चीन रिश्ते को बनाये रखने और बेहतर बनाने की दिशा में काम करेगा।’’ भारत में कार्यालय को उन्नत बनाने की ताइवान की घोषणा के संदर्भ में उन्होंने कहा, ‘‘जिन देशों का चीन और ताइवान दोनों के साथ राजनयिक संबंध हैं, उन देशों के बीच किसी भी तरह के आधिकारिक संपर्क और बातचीत के हम हमेशा खिलाफ रहे हैं। साथ ही हम किसी भी तरह की आधिकारिक संस्था की स्थापना के भी खिलाफ हैं।’’ गेंग ने कहा कि ‘भारतीय पक्ष ने ताइवान संबंधी मुद्दों को लेकर प्रतिबद्धता जाहिर की है।’ ताइवान के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने 12 फरवरी से भारत का दौरा किया।
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