1980 के दशक की तुलना में छह गुना तेजी से पिघल रही है अंटार्कटिका में बर्फ
उन्होंने पाया कि बर्फ बहुत तेजी से पिघल रही है और मानवीय कारणों से होने वाला जलवायु परिवर्तन इसका मुख्य कारण है। अध्ययन के अनुसार अंटार्कटिका में 2009 से हर साल 278 अरब टन बर्फ पिघल रही है, जबकि 1980 के दशक में 44 अरब टन बर्फ पिघल रही थी।
वाशिंगटन। अंटार्कटिका में बर्फ 1980 की तुलना में छह गुना तेजी से पिघल रही है। एक नए अध्ययन में यह खुलासा हुआ है। वैज्ञानिकों ने ऊपर से ली गई तस्वीरों, उपग्रह माप और कंप्यूटर मॉडल का इस्तेमाल कर यह पता लगाया कि 1979 से अंटार्कटिका पर बर्फ कैसे पिघल रही है।
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उन्होंने पाया कि बर्फ बहुत तेजी से पिघल रही है और मानवीय कारणों से होने वाला जलवायु परिवर्तन इसका मुख्य कारण है। अध्ययन के अनुसार अंटार्कटिका में 2009 से हर साल 278 अरब टन बर्फ पिघल रही है, जबकि 1980 के दशक में 44 अरब टन बर्फ पिघल रही थी।
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I don't want to be an alarmist, but these are the facts:
— James Hohmann (@jameshohmann) January 14, 2019
Antarctic ice loss in 1979: 40 billion tons per year.
Antarctic ice loss in 2017: 252 billion tons per year.https://t.co/0pUrXfu45r
Antarctica ice melt has accelerated by 280% in the last 4 decades, researchers say. A pair of new studies share a same ominous message -- that our planet's ice is melting at an alarming rate, which is bad news for global sea levels https://t.co/bkVGz0HIPk
— CNN (@CNN) January 14, 2019
Since 2009, Antarctica has lost almost 278 billion tons of ice per year, a new study found https://t.co/qaxEraZRMy
— TIME (@TIME) January 14, 2019
बर्फ पिघलने की हालिया औसत दर पिछले साल के मुकाबले 15 प्रतिशत अधिक है। कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में वैज्ञानिक एरिक रिगटन ने बताया कि उपग्रह आधारित अध्ययन में बड़ा अंतर यह दिखाई दिया कि स्थिर समझे जाने वाले पूर्वी अंटार्कटिका में भी एक वर्ष में 56 अरब टन बर्फ पिघल रही है।
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