मोदी सरकार ने पाक पीएम शहबाज शरीफ के डायलॉग ऑफर पर संसद में दिया जवाब, बातचीत और सीमा पार आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते
केंद्रीय मंत्री मुरलीधरन ने कहा कि भारत पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंधों की इच्छा रखता है । भारत का हमेशा इस पर फोकस रहा है कि यदि भारत और पाकिस्तान के बीच कोई भी मुद्दा है, तो इसे आतंकवाद और हिंसा से मुक्त माहौल में द्विपक्षीय और शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया जाना चाहिए।
पाक पीएम शहबाज शरीफ की भारत को बातचीत की पेशकश पर मोदी सरकार ने अपना रुख जाहिर किया है। विदेश मंत्रालय ने कहा भारत पाकिस्तान के साथ शांतिपूर्ण संबंध चाहता है। विदेश मंत्रालय ने भारत के रुख को दोहराया कि "बातचीत और सीमा पार आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते"। पाक के साथ वार्ता पर सरकार की प्रतिक्रिया संसद में लिखित उत्तर के रूप में आई। केंद्रीय मंत्री मुरलीधरन ने कहा कि भारत पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंधों की इच्छा रखता है । भारत का हमेशा इस पर फोकस रहा है कि यदि भारत और पाकिस्तान के बीच कोई भी मुद्दा है, तो इसे आतंकवाद और हिंसा से मुक्त माहौल में द्विपक्षीय और शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया जाना चाहिए।
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सरकार ने शुक्रवार को कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच यदि कोई मसला है तो उसका हल आतंकवाद एवं हिंसा से मुक्त माहौल में द्विपक्षीय तरीके से निकाला जाना चाहिए। सरकार ने कहा कि इस तरह का अनुकूल माहौल बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है। मुरलीधरन ने कहा कि भारत की इच्छा पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी के संबंध रखने की है और इस मुद्दे पर भारत का सतत रुख है कि यदि भारत और पाकिस्तान के बीच कोई मुद्दा है तो उसका समाधान द्विपक्षीय एवं शांतिपूर्ण तरीके से एक ऐसे माहौल में निकाला जाना चाहिए जो आतंकवाद एवं हिंसा से मुक्त हो। उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान की जिम्मेदारी है कि वह अपने कब्जे वाले किसी भी क्षेत्र का इस्तेमाल भारत के खिलाफ सीमापार आतंकवाद के लिए नहीं होने दे और प्रामाणिक एवं सत्यापन योग्य कार्रवाई करके ऐसा अनुकूल माहौल बनाए।
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