संयुक्त राष्ट्र का अनुमान, इस साल तीन प्रतिशत रहेगी वैश्विक वृद्धि दर
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने कहा कि रिपोर्ट में बढ़ती वित्तीय, सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों के मद्देनजर वैश्विक आर्थिक वृद्धि दर के टिकाऊ होने को लेकर चिंता जताई गई है।
संयुक्त राष्ट्र। वैश्विक वृद्धि दर 2019 में करीब तीन प्रतिशत रहेगी, लेकिन बहुपक्षवाद, व्यापार विवाद बढ़ने, कर्ज बढ़ने तथा जलवायु परिवर्तन के जोखिम इसके मार्ग में बाधा बन सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र की सोमवार को जारी रिपोर्ट वैश्विक आर्थिक स्थिति एवं संभावनाएं 2019 की रिपोर्ट में यह निष्कर्ष निकाला गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जो संकेत मिल रहे हैं उनसे पता चलता है कि आर्थिक वृद्धि दर में वृद्धि अपने उच्चस्तर पर है।
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ऐसे में 2019 में वैश्विक आर्थिक वृद्धि दर 2018 के 3.1 प्रतिशत की वृद्धि दर से मामूली कम यानी करीब तीन प्रतिशत रहेगी। इसके साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि आर्थिक वृद्धि असमतल है और यह कई बार देश के सबसे गरीब लोगों तक पहुंच नहीं पाती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अफ्रीका, पश्चिम एशिया, लातिनी अमेरिका तथा कैरिबियाई देशों में प्रति व्यक्ति आय या तो ठहरी रहेगी या उसमें मामूली वृद्धि होगी।
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— United Nations (@UN) January 21, 2019
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने कहा कि रिपोर्ट में बढ़ती वित्तीय, सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों के मद्देनजर वैश्विक आर्थिक वृद्धि दर के टिकाऊ होने को लेकर चिंता जताई गई है। इस 218 पृष्ठ की रिपोर्ट को संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक और सामाजिक मामलों के विभाग, संयुक्त राष्ट्र व्यापार एवं विकास सम्मेलन तथा संयुक्त राष्ट्र के पांच क्षेत्रीय आर्थिक आयोगों ने तैयार किया है। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका की वृद्धि दर 2018 के 2.8 प्रतिशत से घटकर 2019 में 2.5 प्रतिशत और 2020 में दो प्रतिशत पर आएगी।
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