अमेरिका ने पाकिस्तान में मानवाधिकार उल्लंघनों, धार्मिक भेदभाव की खबरों पर चिंता जताई
अमेरिका ने पाकिस्तान सरकार से विधि का शासन और देश के संविधान में निहित स्वतंत्रता को बरकरार रखने की अपील की है।
वाशिंगटन। पाकिस्तान में नागरिक समाज और मीडिया स्वतंत्रता के सीमित किए जा रहे दायरे को “चिंताजनक” बताते हुए अमेरिका ने कहा है कि वह देश में मानवाधिकार उल्लंघनों और लोगों के साथ धर्म के आधार पर हो रहे भेदभाव से “बहुत चिंतित” हैं। अमेरिका ने पाकिस्तान सरकार से विधि का शासन और देश के संविधान में निहित स्वतंत्रता को बरकरार रखने की अपील की है। दक्षिण एवं मध्य एशिया के लिए कार्यवाहक सहायक विदेश मंत्री एलिस जे वेल्स ने एशिया, प्रशांत और परमाणु अप्रसार पर सदन की विदेश मामलों की समिति की उपसमिति के लिए तैयार किए गए एक बयान में उम्मीद जताई कि मौजूदा आईएमएफ योजना के तहत पाकिस्तान जो सुधार कर रहा है, वे बेहतर आर्थिक प्रबंधन एवं विकास की नींव रखेंगे जिससे लोकतांत्रिक व्यवस्था एवं मानवाधिकार स्थिति में सुधार होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हाल के कुछ वर्षों में, हमने पाकिस्तान में कुछ चिंताजनक चलन देखे हैं जिनमें नागरिक समाज और मीडिया स्वतंत्रता का सीमित किया जा रहा दायरा भी शामिल है। मीडिया और नागरिक समाज पर उत्पीड़न, धमकियां और वित्तीय एवं नियामक कार्रवाई करने जैसे दबाव पिछले कुछ सालों में बढ़े हैं।” वेल्स ने कहा कि अमेरिका पाकिस्तान सरकार से विधि का शासन बरकरार रखने की अपील करता है। उन्होंने कहा कि इसमें उन समूहों के शांतिपूर्ण एकत्रित होने के अधिकार भी शामिल हैं जो नेतृत्व एवं सुरक्षा प्रतिष्ठान की आलोचना करते हैं जैसे पश्तून तहाफुज आंदोलन।
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