क्या PM मोदी सच में रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म करवा कर ही मानेंगे? जेलेस्की से हुई मुलाकात के क्या है मायने

Modi
@ZelenskyyUa
अभिनय आकाश । Jun 14 2024 7:19PM

दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की और यूक्रेन की स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत बातचीत और कूटनीति के माध्यम से संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान को प्रोत्साहित करना जारी रखेगा।

इटली के अपुलीया क्षेत्र में चल रहे जी-7 शिखर सम्मेलन से इतर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के साथ उनकी बहुत ही सार्थक बैठक हुई। उन्होंने यह भी कहा कि भारत यूक्रेन के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए उत्सुक है और दोहराया कि वह मानव-केंद्रित दृष्टिकोण में विश्वास करता है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में एम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के साथ एक बहुत ही सार्थक बैठक हुई। भारत यूक्रेन के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए उत्सुक है। जारी शत्रुता के संबंध में दोहराया कि भारत मानव-केंद्रित दृष्टिकोण में विश्वास करता है और मानता है कि शांति का रास्ता बातचीत और कूटनीति के माध्यम से है।

इसे भी पढ़ें: सेमीकंडक्टर, टेक्नोलॉजी और ट्रेड...मोदी से मिलते ही सुनक ने कर ली बड़ी डील

दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की और यूक्रेन की स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत बातचीत और कूटनीति के माध्यम से संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान को प्रोत्साहित करना जारी रखेगा। विदेश मंत्री एस जयशंकर और विदेश सचिव विनय क्वात्रा वार्ता के दौरान मोदी के प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे। ऐसी जानकारी है कि जेलेंस्की ने मोदी को (रूस के साथ यूक्रेन के) संघर्ष के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी दी। मोदी ने पिछले साल मई में हिरोशिमा में पिछले जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान भी जेलेंस्की से मुलाकात की थी। 

इसे भी पढ़ें: उम्र का असर या कुछ और, जियोर्जिया मेलोनी के सामने अजीब हरकतें क्यों करने लगे जो बाइडेन

भारत का कहना है कि यूक्रेन में संघर्ष को संवाद और कूटनीति के माध्यम से हल किया जाना चाहिए। मोदी और जेलेंस्की के बीच यह मुलाकात स्विस शांति शिखर सम्मेलन से पहले हुई। भारत ने बुधवार को कहा था कि वह यूक्रेन संघर्ष को लेकर आगामी शांति शिखर सम्मेलन में उचित स्तर पर भाग लेगा। प्रस्तावित शांति शिखर सम्मेलन 15 और 16 जून को ल्यूसर्न के बुर्गेनस्टॉक में होगा। स्विट्जरलैंड ने मोदी को भी इसमें भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है। हालांकि, ऐसी संभावना है कि शिखर सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व एक वरिष्ठ राजनयिक करेंगे।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़