अफजल गुरु की बरसी पर श्रीनगर और शोपियां में प्रतिबंध
संसद पर हमले का दोषी करार अफजल गुरु की चौथी बरसी पर अलगाववादी समूहों की ओर से बुलाए गए हड़ताल को देखते हुए कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने सुरक्षा कड़ी कर दी है।
श्रीनगर। संसद पर हमले का दोषी करार अफजल गुरु की चौथी बरसी पर अलगाववादी समूहों की ओर से बुलाए गए हड़ताल को देखते हुए घाटी में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने सुरक्षा कड़ी कर दी है। प्रशासन ने श्रीनगर और शोपियां के कुछ हिस्सों में प्रतिबंध लगाया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि शोपियां के साथ-साथ श्रीनगर के छह पुलिस थानों के इलकों में प्रतिबंध लगाया गया है। नौहट्टा, खानयार, रैनावाड़ी, सफाकदल और महाराजगंज पुलिस थानों के आंतरिक इलाकों और श्रीनगर के मैसुमा के साथ साथ शोपियां में भी लोगों के जुटने पर प्रतिबंध है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबंध लगाए गए हैं। अधिकारी ने बताया कि शहर के संवदेनशील इलाकों और घाटी में किसी भी तरह के विरोध प्रदर्शन को विफल करने के लिए बड़े पैमाने पर सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।
इसी बीच हुर्रियत कांफ्रेंस और जेकेएलएफ के दोनों गुटों सहित अलगाववादी समूहों के द्वारा गुरु की फांसी के खिलाफ बुलाए गए हड़ताल के कारण समान्य जनजीवन प्रभावित है। अधिकारी ने बताया कि घाटी में ज्यादातर दुकान, पेट्रोल पंप और अन्य कारोबार प्रतिष्ठान बंद हैं। प्रशासन ने कानून व्यवस्था में किसी भी तरह की समस्या की आशंका को देखते हुए बारामूला-बनिहाल रेल सेवा को दिन भर के लिए बंद कर दिया गया है। गुरु को नई दिल्ली के तिहाड़ जेल में नौ फरवरी को फांसी दी गई थी और वहीं दफनाया गया था।
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