UP में नतीजों से पहले भाजपा को बड़ा झटका, अब साइकिल की सवारी करेंगे रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक

उत्तर प्रदेश में भाजपा के लिए अजीब सी स्थिति बन गई है। चुनाव से पहले भाजपा का दामन छोड़ समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी अब भी भगवा पार्टी में बनी हुई हैं। दूसरी ओर रीता बहुगुणा जोशी भी फिलहाल भाजपा में हैं लेकिन बेटा सपाई हो गए हैं।
उत्तर प्रदेश की राजनीति में जिस बात की संभावना काफी पहले से लगाई जा रही थी आखिरकार आज वह दिख भी गया। भाजपा सांसद रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक जोशी ने आजमगढ़ में अखिलेश यादव की मौजूदगी में समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। आपको बता दें कि इससे पहले मयंक जोशी के साथ अखिलेश यादव ने एक तस्वीर भी साझा की थी। नतीजों से पहले इसे भाजपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। हालांकि उत्तर प्रदेश में भाजपा के लिए अजीब सी स्थिति बन गई है। चुनाव से पहले भाजपा का दामन छोड़ समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी अब भी भगवा पार्टी में बनी हुई हैं। दूसरी ओर रीता बहुगुणा जोशी भी फिलहाल भाजपा में हैं लेकिन बेटा सपाई हो गए हैं।
दरअसल, रीता बहुगुणा जोशी लगातार अपने बेटे मयंक जोशी के लिए लखनऊ कैंट से टिकट मांग रही थीं। इसके लिए उन्होंने पार्टी आलाकमान के समक्ष अपने इस्तीफे की भी पेशकश कर दी थी। बावजूद इसके रीता बहुगुणा जोशी के बेटे को टिकट नहीं मिल पाई। जब बीते 22 फरवरी को समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने मयंक जोशी के साथ तस्वीरों को साझा किया था। उसके बाद से यह तय हो गया था कि मयंक जोशी समाजवादी पार्टी में शामिल होंगे, बस औपचारिक ऐलान होना बाकी था। मयंक जोशी शनिवार को आजमगढ़ के गोपालपुर विधानसभा में अखिलेश यादव की जनसभा में पार्टी की सदस्यता हासिल की।#WATCH भारतीय जनता पार्टी की सांसद रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक जोशी आज समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, आज़मगढ़ pic.twitter.com/8Zkgs1gqyL
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 5, 2022
इसे भी पढ़ें: मोदी बोले- वोकल फॉर लोकल से चिढ़ते हैं घोर परिवारवादी, 10 मार्च के बाद रोजगार देने का काम और तेज होगा
दरअसल, 2017 के हुए विधानसभा चुनाव में रीता बहुगुणा जोशी ने लखनऊ कैंट से चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी। बाद में रीता बहुगुणा जोशी को लोकसभा चुनाव के लिए प्रयागराज से टिकट दिया गया और वह सांसद बन गईं। माना जाता है कि मयंक जोशी ही रीता बहुगुणा जोशी के राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाएंगे और यही कारण था कि 2022 के चुनाव में रीता बहुगुणा जोशी लगातार मयंक जोशी के लिए टिकट की मांग कर रही थीं। इसी कड़ी में अपर्णा यादव भी भाजपा में शामिल हो गईं जिसके बाद से लखनऊ कैंट की टिकट के लिए लड़ाई तेज हो गई। बाद में पार्टी ने कैंट से कानून मंत्री बृजेश पाठक को उम्मीदवार बनाया।
अन्य न्यूज़













