Prabhasakshi NewsRoom: कोरोना के नये मामले जून में चौथी लहर आने का संकेत दे रहे!

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कोरोना के नये आंकड़ों की बात करें तो भारत में एक दिन में कोविड-19 के 2,927 नए मामले सामने आये हैं जिससे देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 16,279 पर पहुंच गई है। देखा जाये तो पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 643 की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

देश में कोरोना के बढ़ते मामले एक बार फिर चिंता पैदा कर रहे हैं जिसको देखते हुए कई राज्य सरकारों ने पूर्व में दी गयी रियायतें वापस ले ली हैं। इस बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश में कोविड-19 की स्थिति पर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे हैं। कोरोना के नये आंकड़ों की बात करें तो भारत में एक दिन में कोविड-19 के 2,927 नए मामले सामने आये हैं जिससे देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 16,279 पर पहुंच गई है। देखा जाये तो पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 643 की बढ़ोतरी दर्ज की गई है और पिछले 24 घंटे में देशभर में 32 लोगों की संक्रमण से मौत हुई है।

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टीके पर अपडेट

हालांकि भारत में मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.75 प्रतिशत है। फिर भी जिस तरह कोरोना के मामलों ने तेजी पकड़ी है उसको देखते हुए केंद्र और राज्य सरकारें बेहद सतर्क रुख अपना रही हैं। अभी एक दिन पहले ही भारत के औषधि महानियंत्रक ने पांच से 12 वर्ष के आयुवर्ग के बच्चों के लिए कोविड-19 रोधी टीके ‘कॉर्बेवैक्स’ और छह से 12 वर्ष के आयुवर्ग के बच्चों के लिए ‘कोवैक्सीन’ टीके के आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति दे दी है। देश में चल रहे टीकाकरण अभियान की बात करें तो 86 फीसदी से अधिक वयस्क आबादी को कोविड-रोधी टीके की दोनों खुराक दी जा चुकी हैं। इसके साथ ही देश में अब तक टीके की 188 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं।

दिल्ली के हालात

इस बीच, खबर है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के बीच दिल्ली सरकार ने तय किया है कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने समेत अन्य कोविड अनुकूल व्यवहारों के अनुपालन के लिए अभियान तेज किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि राजधानी के 11 जिलों में इस तरह के नियमों के उल्लंघन को रोकने के लिए अभी तक 70 से अधिक प्रवर्तन दल बनाये गये हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस महीने की शुरुआत में मास्क नहीं पहनने पर जुर्माना हटाये जाने के बाद लोग बेफिक्र हो गये थे लेकिन सरकार ने जुर्माना फिर से लगा दिया है और उल्लंघन करने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। हम आपको बता दें कि दिल्ली उन राज्यों में शुमार है जहां कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं। दिल्ली में मंगलवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 1,204 नए मामले सामने आए वहीं एक व्यक्ति की मौत हो गई। इस बीच, कोविड-19 के मामले बढ़ने और टीकाकरण प्रक्रिया का विस्तार होने के साथ दिल्ली सरकार ने कोविड अस्पतालों तथा जिला स्वास्थ्य केंद्रों में टीका लगाने, जांच, निगरानी और प्रबंधन समेत अन्य कामों के लिए अतिरिक्त डॉक्टरों और कर्मियों की सेवाएं 30 जून तक जारी रखने का फैसला किया है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के उप सचिव अजय बिष्ट ने इस संबंध में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निर्देशों का पालन करते हुए आदेश जारी किया।

मुंबई में भी मामले बढ़े

वहीं मुंबई में भी कोरोना के नये मामले तेजी से बढ़ने की खबर है। मुंबई में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 102 नये मामले सामने आए, जो कि इस साल 27 फरवरी के बाद एक दिन में सर्वाधिक मामले हैं। मुंबई में पिछले दो दिन में संक्रमण के मामलों की संख्या दोगुना से अधिक बढ़ गई क्योंकि रविवार को शहर में 45 मामले दर्ज किए गए थे।

कर्नाटक सतर्क

कर्नाटक में भी कोरोना के मामलों में वृद्धि को देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने संकेत दिया है कि केंद्र की सलाह के आधार पर राज्य के हवाई अड्डों और सीमावर्ती जिलों में एहतियाती व निगरानी उपायों को फिर से लागू किया जा सकता है। उन्होंने लोगों से वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाए रखने जैसे एहतियाती उपायों का पालन करने की अपील की। बोम्मई ने यहां संवाददाताओं से कहा, 'सभी को एहतियाती उपायों का पालन करना होगा, चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि अस्पतालों में भर्ती होने के मामले बढ़े नहीं हैं, लेकिन फिर भी हमने कुछ एहतियाती कदम उठाए हैं।' एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पिछली तीन लहरों के दौरान पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र और केरल से लोगों की आवाजाही चिंता का विषय थी।

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चौथी लहर का अनुमान

वहीं कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने कहा है कि विशेषज्ञों ने अनुमान जताया है कि कोविड-19 की चौथी लहर जून के बाद चरम पर पहुंच सकती है और इसका असर अक्टूबर तक रहेगा। मंत्री ने कहा कि वायरस के प्रचलित रूपों को ओमीक्रोन की उप-वंशावली कहा जाता है और इस संबंध में एक आधिकारिक रिपोर्ट कुछ दिनों में आने की संभावना है। सुधाकर ने कहा, 'आईआईटी कानपुर डेटा और रिपोर्ट साझा कर रहा है। उनके द्वारा साझा की गई एक रिपोर्ट के अनुसार चौथी लहर जून के अंत से शुरू होने की संभावना है, लेकिन चीजें एक महीने पहले शुरू हो गई हैं। उनके अनुसार जून के बाद इसके चरम पर होने की आशंका है, जिसका असर सितंबर और अक्टूबर तक रह सकता है।' मंत्री ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पिछली तीन लहरों के बारे में उनके द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट काफी हद तक सटीक थी और वर्तमान रिपोर्ट भी वैज्ञानिक आंकड़ों पर आधारित है, और सटीक हो सकती है।

बूस्टर खुराक लेना जरूरी

इस बीच, एक और अध्ययन सामने आया है उसके मुताबिक भारत में कोविड-19 रोधी टीके की बूस्टर खुराक लेने वालों में से 70 प्रतिशत लोग महामारी की तीसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं हुए। कोरोना वायरस पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की राष्ट्रीय टास्क फोर्स के सह-अध्यक्ष डॉक्टर राजीव जयदेवन के नेतृत्व में किए गए अध्ययन में कहा गया है कि टीकाकरण कराने वाले लेकिन बूस्टर खुराक नहीं लेने वाले 45 प्रतिशत लोग तीसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित हुए। इसलिए यदि आपके मन में भी बूस्टर खुराक को लेकर डर, भ्रम है या आप गलत जानकारी के चलते एहतियाती खुराक लगवाने से बच रहे हैं तो सावधान हो जाइये, यदि आप पात्र हैं तो बूस्टर खुराक जरूर लगवाएं ताकि कोरोना से बचाव का सुरक्षा चक्र आपके साथ बना रहे।

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