उत्तर प्रदेश की खबरें: दिनेश शर्मा बोले- प्रदेश का वातावरण बदला है, यूपी में माफियाराज समाप्त हुआ है

Dinesh Sharma

डॉ0 दिनेश शर्मा ने कहा कि पहले यूपी में माफियाओं का राज रहता था, आज यूपी में माफियाराज समाप्त हुआ है। वर्तमान सरकार के कार्यकाल में माफिया या तो दुबके हुए हैं या जेलों में हैं।

कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए जरूरी है कि कोरोना महामारी से बचाव हेतु जारी गाइडलाइन का अक्षरशः पालन करें। महामारी के विरूद्ध लड़ाई में सरकार द्वारा चलाये जा रहे वैक्सीनेशन अभियान का हिस्सा बनें। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ0 दिनेश शर्मा ने कहा कि आज प्रदेश का वातावरण बदला है, आज प्रदेश में विकास की धारा बह रही है। पहले यूपी में माफियाओं का राज रहता था, आज यूपी में माफियाराज समाप्त हुआ है। वर्तमान सरकार के कार्यकाल में माफिया या तो दुबके हुए हैं या जेलों में हैं। उन्होंने कहा कि कुछ विकृत मानसिकता के लोग समाज को बांटने का कार्य करते है। संस्कारयुक्त समाज से ही सभ्य एवं मजबूत राष्ट्र का निर्माण होता है। समाज को श्रेष्ठ बनाने के लिए सामाजिक बुराइयों जैसे नशाखोरी, चोरी, हत्या आदि को समाप्त करने के लिए समाज को एकजुट होकर समाप्त करने के लिए प्रयास करना चाहिए। समाज तभी मजबूत होगा जब सामाजिक विग्रह समाप्त किया जाएगा। उप मुख्यमंत्री डॉ0 दिनेश शर्मा ने यह विचार आज यहां मधुबन मैरिज हॉल, टिकैतराय तालाब में आयोजित संवाद एवं दिव्य दक्षिणा समर्पण कार्यक्रम में व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किए गए विशेष प्रयासों से कोरोना संकट से हम उबर रहे हैं, इस महामारी ने बहुत से अपनो को छीन लिया है। करोना की तीसरी लहर से बचने के लिए जरूरी है कि हमें सरकार द्वारा कोरोना महामारी से बचाव हेतु जारी गाइडलाइन का अक्षरशः पालन करना होगा। सभी लोग सामाजिक दूरी बनाने के साथ ही मास्क एवं सेनेटाइजर का प्रयोग करें। उन्होंने लोगों से अपील की है कि महामारी के विरुद्ध लड़ाई में प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे वैक्सीनेशन अभियान का हिस्सा बने और अपनी बारी आने पर वैक्सीन अवश्य लगवाएं। कार्यक्रम में योगी महामंडलेश्वर योगी यतीन्द्रानंद गिरि महाराज, पंडित सुनील भराला, डाॅ0 महेश शर्मा, वेदव्रत बाजपेयी, कमलेश मिश्र, रमेश ओझा, श्री शशांक शर्मा, परिमल मिश्रा सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पूर्व मंत्री अम्बिका सिंह के निधन पर व्यक्त किया गहरा शोक

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पूर्व मंत्री अम्बिका सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मौर्य ने शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की है।

पंचायती राज विभाग, उ0प्र0 द्वारा ग्राम प्रधानों के उन्मुखीकरण कार्यक्रम हेतु आयोजित ‘प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण” के तृतीय दिवस का हुआ समापन

पंचायती राज प्रशिक्षण संस्थान (प्रिट), लोहिया भवन, लखनऊ, में पंचायती राज विभाग, उ0प्र0 द्वारा ग्राम प्रधानों के उन्मुखीकरण कार्यक्रम हेतु आयोजित ‘प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण” के तृतीय दिवस का समापन हुआ। पंचायती राज विभाग द्वारा प्रधानों की भूमिका एवं उत्तरदायित्व तथा विभागीय योजनाओ, ग्राम पंचायत विकास योजना, एस.डी.जी. ई-गवर्नेंस, स्वच्छ भारत मिशन(ग्रा0) ठोस एवं तरल अपशिष्ट पदार्थ प्रबंधन जैसे विषयों पर 24 से 29 जून की अवधि में 6 बैच में प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है, जिससे कि विषय-विशेषज्ञ प्रशिक्षकों द्वारा प्रधानों को विषयवार प्रशिक्षित कर उनका ज्ञानवर्धन किया जा सके। ‘‘एक बैच की प्रशिक्षण अवधि एक दिवसीय है तथा यह आम प्रतिभागी नही बल्कि मास्टर टेªनर है, जोकि प्रशिक्षण सम्बंधी विषयों में पारंगत है। इन्हीं मास्टर टेªनरों की सहायता से प्रधानों के प्रशिक्षण का कार्य को जुलाई माह के द्वितीय सप्ताह में विडियों, आडियों एवं संदर्भ साहित्य की सहायता से मंडलीय उपनिदेशक (पं.) के नेतृत्व में मंडलवार व आॅनलाइन किया जाएगा, यह जानकारी श्रीमती प्रवीणा चैाधरी, उपनिदेशक (पं0) एवं नोडल अधिकारी, राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान (आर.जी.एस.ए.) द्वारा दी गई। इस अवसर पर प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए श्रीमती किंजल सिंह, निदेशक, पंचायती राज विभाग, उ0प्र0 द्वारा कहा गया कि ”ग्राम पंचायतों के सर्वांगीण विकास में ग्राम प्रधान की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। ग्राम पंचायतों में नवनिर्वाचित प्रधानों को उनके कार्य एवं दायित्वों की नियामक जानकारी, वित्त प्रबंधन, विभागीय महत्वपूर्ण योजनाओं आदि की जानकारी प्रदान करने से निश्चित रूप से उनकी कार्यकुशलता एवं क्षमता में वृृद्धि होगी। कोरोना संक्रमण काल में पंचायतों की भूमिका और भी महत्वपूर्ण है एवं नव निर्वाचित प्रतिनिधि इन चुनौतियों से कुशलतापूर्वक लड़े एवं कार्य क्षेत्र में पूरी तैयारी से उतरे, यह अति आवश्यक है। आप प्रशिक्षक है, आपका काम जो न रूचि ले, उसको भी पढ़ाकर आयें। आप द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त कर पंचायत प्रतिनिधि स्वयं को और भी अधिक सशक्त महसूस करेंगे ऐसा मेरा विश्वास है। इस अवसर पर पंचायतों में ई-गवर्नेंस विषय पर प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए 18 मंडलों के मंडलीय उपनिदेशक(पं0) एन.आई.आर.डी. एवं पी.आर. के सत्यापित 23 मास्टर टेªनरों के साथ श्रीमती प्रवीणा चैधरी, नोडल अधिकारी, राज्य सलाहकार एवं प्रशिक्षक उपस्थित रहे। बताते चले कि कार्यक्रम के द्वितीय दिवस का उद्घाटन दिनांक 25 जून, 2021 को श्री सुनील कुमार, सचिव, पंचायती राज मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा किया गया था एवं उनके द्वारा गुणवत्तापरक प्रशिक्षणों का आयोजन के साथ ग्राम पंचायतों में सचिवालय की स्थापना, कर जन समस्याओं के निस्तारण एवं आधारभूत सुविधाओं की उपलब्धता पर बल देने की बात प्रशिक्षकों से कही। उन्होनें प्रतिभगियों से कहा कि प्रधानों  को अवश्य बताए कि पंचायतों को स्वयं की आय स्त्रोत विकसित करने की दिशा में भी कार्य करना है ताकि वह आत्मनिर्भर बन सके, पंचायतें अपनी कार्य प्रणाली में सुधार करते हुए जेम पोर्टल को अपनाए एवं कुशलतापूर्वक कार्य कर ग्रामीण भारत के विकास को सही दिशा दें।। आप द्वारा ग्रामीण विकास की बात अवश्य ही प्रधानों तक पहुॅचेगी, ऐसा मेरा विश्वास है। इस अवसर पर सचिव महोदय द्वारा आर.जी.एस.ए. एवं वित्त आयोग से कराई जा रही गतिविधियों की समीक्षा की।

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उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज, नागरिक उड्डयन एवं राजनैतिक पेंशन मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नंदी‘ ने आज बताया कि कोरोना महामारी के कारण सऊदी अरब सरकार ने केवल सऊदी नागरिकों एवं सऊदी अरब में रह रहे प्रवासियों को ही हज यात्रा-2021 की अनुमति दी है, इसलिये अन्तर्राष्ट्रीय जायरीन के लिये हज यात्रा- 2021 की यात्रा निरस्त रहेगी। मंत्री नंदी ने बताया कि सऊदी अरब के दिये गये निर्देशों के अनुपालन में हज कमेटी आफ इण्डिया ने हज यात्रा-2021 हेतु सर्कुलर-7 जारी कर प्राप्त आवेदनों को निरस्त कर दिया है, इसलिये अब हज यात्रा-2021 हेतु भारत से कोई भी यात्री हज के लिए प्रस्थान नहीं करेगा। उन्होंने बताया कि इस सम्बन्ध में उत्तर प्रदेश राज्य हज समिति 10, ए विधान सभा मार्ग, लखनऊ-1 द्वारा सर्कुलर पत्रांकःजी-11/1686/एसएचसी/2021 दिनाक 24/6/2021 जारी कर दिया गया है, और हज यात्रा -2021 का पूरी तरह से निरस्तीकरण कर दिया गया है।

उत्तर प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं- मुकेश कुमार मेश्राम

उत्तर प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, इसी को देखते हुए यूपी सरकार राज्य में 12 सर्किट विकसित करेगी, जिससे बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आ सकेंगे। पर्यटकों के आने से प्रदेश के पर्यटन से जुड़े उद्यमियों को फायदा मिलेगा। अभी जिस तरह से कोरोना संक्रमण ने पर्यटन की रफ्तार रोक दी है, ऐसे में अब जब इसका प्रभाव धीरे-धीरे खत्म हो रहा है तो एक बार फिर से पर्यटन केंद्रों पर पर्यटकों की भीड़ आने की उम्मीदें बढ़ रही हैं। प्रमुख सचिव पर्यटन, मुकेश कुमार मेश्राम ने बताया कि पर्यटन की अपार संभावनाओं को देखते हुए उत्तर प्रदेश में पर्यटन के 12 सर्किट विकसित किए जा रहे हैं, जिसमें रामायण, महाभारत, बुद्धिस्ट, शक्तिपीठ, इको टूरिज्म, स्वतंत्रता संग्राम सर्किट प्रमुख हैं। यहां पर बुनियादी सुविधाएं बढ़ायी जा रही हैं, जिससे इन स्थलों पर बड़ी संख्या में पर्यटक आकर यहां की धार्मिक मान्यताएं और इतिहास के बारे में जानकारी हासिल कर सकें। इसके साथ ही स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े जो भी ज्ञात-अज्ञात हमारे नायक हैं, उनकी गौरव गाथा को प्रचारित कराया जाएगा, जिससे लोग उनसे प्रेरणा ले सकें। प्रमुख सचिव ने कहा कि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विंध्याचल में विंध्यवासिनी धाम, वाराणसी में घाटों का निर्माण, इसके साथ ही मथुरा गोवर्धन के साथ-साथ अयोध्या में सभी पुराने मंदिर, एवं मठों को सवारने का भी काम चल रहा है. अयोध्या में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की रामकथा गैलरी बनायी जा रही है, जहां प्रभु श्री राम की जीवनी पर आधारित शो दिखाए जाएंगे। कुशीनगर, मथुरा, और लालापुर जहां बाल्मीकि आश्रम है, वहां पर भी लगातार बुनियादी सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं, जिससे आने वाले पर्यटकों को हर संभव सुविधा प्रदान की जा सके तथा ज्यादा से ज्यादा पर्यटक इन स्थलों के प्रति आकर्षित हो सकें। इसके साथ ही पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जिस तरह से वाराणसी में गंगा में क्रूज चलाने की सेवा शुरू की गई है, उसी तरह अयोध्या में भी पी0 पी0 पी0 मोड पर प्रयोग किया जाएगा, जिससे पर्यटक क्रूज सेवा का आनंद उठा सकेंगे । उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में पर्यटन विभाग ने लगभग 550 ऐसे स्थल चिन्हित किए हैं जो किसी न किसी कारण से महत्वपूर्ण है, इन स्थलों पर मेले लगते हैं, ये धार्मिक-ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है, इन सभी स्थलों पर बुनियादी सुविधाएं लगातार बढ़ाई जा रही हैं। प्रमुख सचिव, मुकेश मेश्राम ने बताया है कि धार्मिक ऐतिहासिक रूप से प्रत्येक जिले में कुछ ऐसे स्थल होते हैं जहां की अपनी मान्यताएं हैं। ऐसे में प्रदेश की सभी विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्येक विधानसभा में एक-एक पर्यटन के केंद्र चिन्हित करने के लिए विधायकगणों से कहा गया है। इसके बाद प्रदेश सरकार राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों में इन पर्यटन केंद्रों को विकसित कर यहां पर बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराएगी, जिससे लोग अपने जिले और अपने विधानसभा में भी पर्यटन के इन केंद्रों का आनंद ले सकेंगे।

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