Prabhasakshi NewsRoom: Kashmir में Encounter ने लिया भीषण रूप, आतंक के आका Pakistan को तगड़ा सबक सिखाने की तैयारी!

Kashmir Encounter
ANI

इस साल जम्मू के तीन जिलों में हुई हिंसक घटनाओं में 15 सुरक्षाकर्मियों और 25 आतंकवादियों सहित 47 लोगों की मौत हुई है। अधिकारियों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने के लिए पाकिस्तान की ओर से सीमा पार से लगातार कोशिशें की जा रही हैं।

जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में आज भी आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ जारी है। हम आपको बता दें कि इस मुठभेड़ में अब तक सेना के कैप्टन स्तर के दो अधिकारियों समेत चार जवान शहीद हो गये हैं और दो अन्य घायल हो गये हैं। अधिकारियों ने बताया कि धर्मसाल क्षेत्र के बाजीमाल इलाके में रात भर रुकने के बाद आज सुबह गोलीबारी फिर से शुरू हो गई। उन्होंने बताया कि अतिरिक्त सुरक्षा बलों को शामिल करके रात भर इलाके की घेराबंदी की गई ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आतंकवादी इलाके से भाग न पाएं, क्योंकि ये घने जंगल का क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि रियासी-राजौरी-पुंछ का इलाका दुर्गम होने और सीमित सड़क संपर्क के कारण अभियान को अंजाम देने में कठिनाई हो रही है।

हम आपको यह भी बता दें कि धर्मसाल के बाजीमाल इलाके में सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त घेराबंदी एवं तलाश अभियान के दौरान आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ शुरू हुई थी। सेना की ‘व्हाइट नाइट कोर’ ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा है कि विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर रविवार को राजौरी के गुलाबगढ़ जंगल के कालाकोट इलाके में संयुक्त अभियान शुरू किया गया था। स्थानीय निवासियों ने बताया कि इलाके में सक्रिय आतंकवादियों का पता लगाने के लिए रविवार से ही घेराबंदी एवं तलाशी अभियान जारी है। एक ग्रामीण ने बताया, ‘‘अभियान के कारण हमें घर पर ही रहने और बाहर न निकलने के लिए कहा गया था। हमारे बच्चे घर पर ही रहे और स्कूल नहीं गए।’’ उन्होंने बताया कि गांव के नजदीक वन क्षेत्र में मुठभेड़ जारी है। अधिकारियों ने कहा कि बाजीमाल में मुठभेड़ स्थल पर घेरे गए दोनों आतंकवादी विदेशी नागरिक प्रतीत होते हैं और रविवार से इलाके में घूम रहे थे। उन्होंने कहा कि आतंकियों ने एक उपासना स्थल पर भी शरण ली थी।

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इस वर्ष के महत्वपूर्ण आंकड़े

हम आपको बता दें कि इस साल जम्मू के तीन जिलों में हुई हिंसक घटनाओं में 15 सुरक्षाकर्मियों और 25 आतंकवादियों सहित 47 लोगों की मौत हुई है। अधिकारियों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने के लिए पाकिस्तान की ओर से सीमा पार से लगातार कोशिशें की जा रही हैं। इसी के परिणामस्वरूप ऐेसी हिंसक घटनाएं हो रही हैं। जम्मू में हिंसक घटनाओं में जान गंवाने वालों में दो कैप्टन समेत चार सैन्य अधिकारी शामिल हैं, जो राजौरी जिले के बाजीमाल इलाके में चल रहे आतंकवाद विरोधी अभियान में अपनी जान गंवा बैठे। इससे पहले 20 अप्रैल और पांच मई को पुंछ के मेंढर क्षेत्र और राजौरी के कंडी जंगल में आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला किया था, जिसमें पांच कमांडो समेत 10 सैनिकों की मौत हुई थी। अधिकारियों के मुताबिक, इस साल जनवरी से अब तक सीमावर्ती जिलों राजौरी और पुंछ तथा पास के रियासी जिले में आतंकवाद संबंधी हिंसक घटनाओं में 47 मौतें दर्ज की गई हैं। इस साल राजौरी में जहां सात आतंकवादियों और 10 सुरक्षाकर्मियों सहित 24 लोग मारे गए हैं, वहीं पुंछ जिले में 15 आतंकवादी और पांच सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं। रियासी जिले में तीन आतंकवादी मारे गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि ज्यादातर आतंकवादी सीमा के इस पार घुसपैठ की कोशिश करने का प्रयास करते समय मारे गए। इस साल, जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद संबंधी घटनाओं में 81 आतंकवादियों और 27 सुरक्षाकर्मियों सहित 121 लोग मारे गए हैं।

बताया जा रहा है कि शहीद जवानों में उत्तर प्रदेश के आगरा के कैप्टन शुभम गुप्ता भी हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी में कर्तव्य पालन के दौरान शहीद हुए जनपद आगरा निवासी सेना के कैप्टन शुभम गुप्ता को श्रद्धांजलि अर्पित की है। सीएम योगी ने अपने एक्स अकाउंट पर शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार इस दुःख की घड़ी में शोकाकुल परिजनों के साथ है। शुभम वर्ष 2015 में सेना में भर्ती हुए थे। वर्ष 2018 में उन्हें कमीशन मिला था। शुभम की पहली पोस्टिंग ऊधमपुर में हुई थी।

इस बीच, रक्षा विशेषज्ञ पीके सहगल ने कहा है कि हर बार सर्दियों से पहले पाकिस्तान इस तरह की हरकतें करता है और ज्यादा से ज्यादा आतंकवादियों की कश्मीर में घुसपैठ करवाने की कोशिश करता है। उन्होंने कहा है कि समय आ गया है कि जब पाकिस्तान को एक बार फिर सख्त जवाब दिया जाये।

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