किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रयासरत, MSP पर हुआ ऐतिहासिक फैसला: कोविंद
कोविंद ने कहा, ‘‘खेती पर होने वाला खर्च कम करने, किसानों को फसल की उचित कीमत दिलाने, नए बाजार मुहैया कराने तथा कृषि क्षेत्र में आय के नए साधन जोड़ने के लिए नई सोच के साथ काम किया जा रहा है।
नयी दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बृहस्पतिवार को कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने के लिए सरकार प्रयासरत है तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को फसल की लागत से डेढ़ गुना करने सहित कई महत्वर्ण कदम उठाए गए हैं। संसद के बजट सत्र के पहले दिन दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में अपने अभिभाषण में कोविंद ने कहा कि खेती पर होने वाला खर्च कम करने, किसानों को फसल की उचित कीमत दिलाने, नए बाजार मुहैया कराने तथा कृषि क्षेत्र में आय के नए साधन जोड़ने के लिए नई सोच के साथ काम किया जा रहा है।
My Government has taken the historic decision of fixing the Minimum Support Price - MSP of 22 crops at one and a half times higher than the production cost of the crop #PresidentKovind pic.twitter.com/83C64QZy8r
— President of India (@rashtrapatibhvn) January 31, 2019
उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे देश के मेहनती किसानों ने दिन-रात एक करके खाद्यान्नों का रिकॉर्ड उत्पादन किया है, डेयरी उत्पादों और मछली-पालन तथा अन्य क्षेत्रों में इज़ाफा किया है। हमारे किसान भाई-बहन हमारी अर्थ-व्यवस्था का आधार तो हैं ही, वे हमारे देश की परंपराओं के भी संरक्षक हैं।’’ राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मेरी सरकार देश के किसानों की आय को दोगुना करने के लिए दिन-रात प्रयत्नशील है। किसानों की हर जरूरत को समझते हुए, उनकी समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए सरकार प्रयासरत है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ कृषि उपकरण और बीज खरीदने से लेकर बाजार में कृषि उत्पाद पहुंचाने और बेचने तक की पूरी प्रक्रिया में किसानों को अधिक सुविधा और सहायता मिले, यह सरकार की प्राथमिकता है।’’
More than 17 crore Soil Health Cards have been distributed to inform the farmers about the health of the soil. 100 per cent Neem coating of urea has been done to facilitate its availability and to prevent its misuse #PresidentKovind
— President of India (@rashtrapatibhvn) January 31, 2019
कोविंद ने कहा, ‘‘खेती पर होने वाला खर्च कम करने, किसानों को फसल की उचित कीमत दिलाने, नए बाजार मुहैया कराने तथा कृषि क्षेत्र में आय के नए साधन जोड़ने के लिए नई सोच के साथ काम किया जा रहा है। सरकार ने 22 फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एम.एस.पी. को फसल की लागत का डेढ़ गुना से अधिक करने का ऐतिहासिक फैसला किया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसके साथ ही, किसानों को अच्छी गुणवत्ता के बीजों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। वैज्ञानिक तरीकों से खेती में मदद मिले, इसके लिए देशभर में कृषि विज्ञान केन्द्रों की संख्या बढ़ाई जा रही है। मिट्टी की सेहत के बारे में किसानों को जानकारी देने के लिए 17 करोड़ से ज्यादा सॉयल हेल्थ कार्ड बांटे गए हैं।’’
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