भारत जलवायु परिवर्तन करने वाला नहीं, बल्कि इसका शिकार बना है: प्रभु

India has not caused climate change, a victim of it: Suresh Prabhu

भारत जलवायु परिवर्तन करने वाला नहीं है, बल्कि वह खुद इससे प्रभावित है। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने आज यहां जलवायु परिवर्तन पर सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही।

नयी दिल्ली। भारत जलवायु परिवर्तन करने वाला नहीं है, बल्कि वह खुद इससे प्रभावित है। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने आज यहां जलवायु परिवर्तन पर सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कुछ देशों द्वारा पेरिस करार से हटने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि खेद की बात यह है कि एक तरफ भारत पेरिस जलवायु करार के मुताबिक काम कर रहा है, वहीं कुछ देश ऐसे हैं जो इस समझौते से हट रहे हैं।

प्रभु का यह बयान ऐसे समय आया है जबकि इस समझौते में अमेरिकी भूमिका को लेकर अनिश्चितता दिख रही है। जून में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि उनका देश पेरिस करार से बाहर निकल रहा है। ट्रंप ने दलील थी कि यह समझौता भारत और चीन जैसे देशों को अनुचित लाभ प्रदान करता है। दुनिया के तीसरे सबसे बड़े कॉर्बन उत्सर्जक भारत तथा दुनिया के 190 से अधिक देश दिसंबर, 2015 में इस करार पर सहमत हुए थे।

इसका मकसद वैश्विक औसत तापमान में बढ़ोतरी को सीमित करना और वृद्धि को 2 डिग्री सेल्सियस से नीचे रखना है। इस करार ने 1997 की क्योटो संधि की जगह ली है। इसे अक्तूबर, 2016 में अनुमोदित किया गया। प्रभु ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि हमारे बीच अच्छा करार हुआ है, लेकिन मैं कहूंगा कि यह सर्वश्रेष्ठ नहीं है। अब कुछ देश पेरिस करार को लेकर ही सवाल उठा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इसके बावजूद जबकि हमने इस दिशा में कदम उठाया है, कुछ देश इससे हट रहे हैं जो इसकी सबसे खराब बात है। उन्होंने कहा कि भारत ने जलवायु परिवर्तन नहीं किया है, बल्कि वह इसका शिकार है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़