राजौरी-पुंछ सेक्टर में LoC पर बह रहा मासूमों का खून! पाकिस्तान की तरफ से तोपों से फायरिंग, भारतीय सेना ने भी दुश्मन की सैन्य चौकियां नष्ट की

Poonch
ANI
रेनू तिवारी । May 8 2025 10:01AM

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत द्वारा मिसाइल हमला किए जाने के बाद बुधवार को पाकिस्तानी सेना ने जम्मू कश्मीर के सीमावर्ती गांवों को निशाना बनाकर भीषण गोलाबारी की और मोर्टार दागे। अधिकारियों ने बताया कि बुधवार की तुलना में बृहस्पतिवार को सीमा पार से गोलेबारी की तीव्रता कम रही और यह चार सेक्टर तक सीमित रही।

पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के चार सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर गोलाबारी की जिसका भारतीय सेना ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत द्वारा मिसाइल हमला किए जाने के बाद बुधवार को पाकिस्तानी सेना ने जम्मू कश्मीर के सीमावर्ती गांवों को निशाना बनाकर भीषण गोलाबारी की और मोर्टार दागे।

इसे भी पढ़ें: जीएसटी धोखाधड़ी: झारखंड और पश्चिम बंगाल में ईडी की छापेमारी

अधिकारियों ने बताया कि बुधवार की तुलना में बृहस्पतिवार को सीमा पार से गोलेबारी की तीव्रता कम रही और यह चार सेक्टर तक सीमित रही। जम्मू में एक रक्षा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सात और आठ मई की दरमियानी रात पाकिस्तानी सेना की तरफ से कुपवाड़ा, बारामूला, उरी और अखनूर सेक्टर के सामने स्थित एलओसी पर छोटे हथियारों और तोपों का इस्तेमाल करते हुए बिना उकसावे के हमले किए गए। भारतीय सेना ने भी इसका मुंह तोड़ जवाब दिया।’’ राजौरी-पुंछ में पाक सेना को भारी नुकसान हुआ है क्योंकि यह सेक्टर सबसे आक्रामक तोपखाना फ्लैशपॉइंट बन गया है। वे सीधे गांवों को निशाना बना रहे हैं, भारतीय सेना ने उनकी चौकियों का एक पूरा घेरा नष्ट कर दिया है। बहुत नुकसान हुआ है।

इसे भी पढ़ें: वाईएसआरसीपी अगले साल करेगी पूर्ण अधिवेशन का आयोजन:जगन मोहन रेड्डी

भारतीय सेना ने कथित तौर पर जम्मू-कश्मीर के राजौरी-पुंछ सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर कई पाकिस्तानी सैन्य चौकियों को नष्ट कर दिया है। यह हमला पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) में आतंकी ढांचे को नष्ट करने के बाद बढ़ते तनाव और पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा भारी सीमा पार गोलाबारी के बीच हुआ है।

एक बयान में, भारतीय सेना ने कहा कि पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर बिना उकसावे के गोलीबारी जारी रखी। ANI की रिपोर्ट के अनुसार, सेना ने कहा, "7-8 मई की रात के दौरान, पाकिस्तानी सेना की चौकियों ने जम्मू-कश्मीर में कुपवाड़ा, बारामुल्ला, उरी और अखनूर क्षेत्रों के विपरीत क्षेत्रों में नियंत्रण रेखा के पार छोटे हथियारों और तोपों का उपयोग करके बिना उकसावे के गोलीबारी की।" बयान में कहा गया, "भारतीय सेना ने भी उसी अनुपात में जवाब दिया।" पत्रकार शिव अरूर के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में पुंछ-राजौरी क्षेत्र हाल के दिनों में "सबसे आक्रामक तोपखाने की मारक क्षमता" में बदल गया है, जहाँ पाकिस्तानी सेना अब सीधे तौर पर नागरिक गांवों को निशाना बना रही है - संघर्ष विराम उल्लंघन के पैटर्न में उल्लेखनीय वृद्धि। जवाब में, भारतीय सेना ने कई पाकिस्तानी चौकियों को नष्ट कर दिया है।

एक्स पर एक पोस्ट में अरूर ने कहा, "राजौरी-पुंछ में पाकिस्तानी सेना को नुकसान हुआ है, क्योंकि यह क्षेत्र सबसे आक्रामक तोपखाने की मारक क्षमता बन गया है। वे सीधे तौर पर गांवों को निशाना बना रहे हैं, भारतीय सेना ने उनकी चौकियों के एक पूरे हिस्से को नष्ट कर दिया है। बहुत बड़ा नुकसान हुआ है।" इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले 7 मई को, जम्मू-कश्मीर के पुंछ और तंगधार में 15 भारतीय मारे गए और 43 अन्य घायल हो गए, क्योंकि पाकिस्तान ने बुधवार (5 मई) को नियंत्रण रेखा और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर मनमाने ढंग से गोलीबारी और भारी गोलाबारी की।

भारी गोलीबारी भारत द्वारा रात 1.05 बजे 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू करने के तुरंत बाद हुई, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू और कश्मीर (पीओजेके) में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े नौ आतंकी शिविरों पर सटीक हमले किए गए।

पाकिस्तानी गोलेबारी में मारे गए 13 लोगों में ‘5-फील्ड रेजिमेंट’ के लांस नायक दिनेश कुमार भी शामिल हैं। सेना ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘जनरल ऑफिसर कमांडिंग और व्हाइट नाइट कोर के सभी स्तर के अधिकारी व जवान रेजिमेंट के लांस नायक दिनेश कुमार के बलिदान को सलाम करते हैं, जिन्होंने सात मई को पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी के दौरान अपने प्राण न्योछावर कर दिए। हम पुंछ सेक्टर में निर्दोष नागरिकों पर लक्षित हमलों के सभी पीड़ितों के साथ एकजुटता से खड़े हैं।’’

पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले का बदला देते हुए भारत ने मंगलवार देर रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइलों से हमले किए। पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी जिनमें अधिकांश पर्यटक थे। बढ़ते तनाव को देखते हुए अधिकारियों ने आदेश दिया है कि जम्मू क्षेत्र के पांच सीमावर्ती जिलों में सभी शैक्षणिक संस्थान बृहस्पतिवार को दूसरे दिन भी बंद रहेंगे।

मंडल आयुक्त रमेश कुमार ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए जम्मू, सांबा, कठुआ, राजौरी और पुंछ जिलों में सभी स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान बृहस्पतिवार को भी बंद रहेंगे। जम्मू संभाग में प्रशासन ने क्षेत्र के सभी 10 जिलों में नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किए हैं जो 24 घंटे काम करेंगे। पहलगाम हमले के बाद बढ़े तनाव के बीच यह 14वीं रात थी जब पाकिस्तान की ओर से जम्मू कश्मीर में सीमा पर गोलीबारी की गई।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़