तमिलनाडु में तीन भाषाओं के फार्मूले को लागू करने की खबरों में कोई सच्चाई नहीं : स्कूली शिक्षा आयुक्त

Tamil Nadu Language Policy
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विज्ञप्ति के मुताबिक, “दो भाषाओं के फार्मूले के तहत जो भाषाएं प्रचलन में हैं, उनमें से तमिल मातृ भाषा, जबकि अंग्रेजी वैश्विक संपर्क की है।”

चेन्नई| तमिलनाडु के स्कूली शिक्षा आयुक्त ने रविवार को कहा कि राज्य में केवल दो-भाषाओं (तमिल और अंग्रेजी) वाली प्रणाली जारी रहेगी और तीन भाषाओं के फार्मूले को लागू करने की कोई योजना नहीं है।

तीन भाषाओं की व्यवस्था लागू करने के “गोपनीय” प्रयासों से संबंधित खबरों को खारिज करते हुए एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है, “तमिलनाडु ने कई अवसरों पर अपनी नीति स्पष्ट की है।”

विज्ञप्ति के मुताबिक, “दो भाषाओं के फार्मूले के तहत जो भाषाएं प्रचलन में हैं, उनमें से तमिल मातृ भाषा, जबकि अंग्रेजी वैश्विक संपर्क की है।”

इसमें कहा गया है कि 2006 के अधिनियम के तहत कक्षा 10 तक तमिल सीखना अनिवार्य है, जबकि जिन छात्रों की मातृ तेलुगु, मलयालम, कन्नड़ या उर्दू है, वे अपनी भी सीख सकते हैं।

आयुक्त ने कहा, “इसलिए लोगों को नीति पर कोई संदेह नहीं होना चाहिए, जिसे स्पष्ट किया जा चुका है। उन्हें तथ्यों के विपरीत खबरों पर विश्वास नहीं करना चाहिए।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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