पाकिस्तान ने भारत द्वारा अफगानिस्तान को भेजे जाने वाली सहायता के लिए रास्ता देने पर शर्तें रखीं

Pakistan
प्रतिरूप फोटो

सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान ने इस बात पर जोर दिया है कि 50,000 टन गेहूं और दवाओं की खेप वाघा बॉर्डर से अफगानिस्तान तक पाकिस्तानी ट्रकों के जरिए पहुंचायी जाए, जबकि भारत ने स्वयं के परिवहन का उपयोग करने की वकालत की है।

नयी दिल्ली| पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान में भारतीय गेहूं और दवाओं को पहुंचाने के तौर-तरीकों को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है क्योंकि इस्लामाबाद ने पारगमन सुविधा प्रदान करने के लिए कुछ शर्तें रखी हैं। सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी।

सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान ने इस बात पर जोर दिया है कि 50,000 टन गेहूं और दवाओं की खेप वाघा बॉर्डर से अफगानिस्तान तक पाकिस्तानी ट्रकों के जरिए पहुंचायी जाए, जबकि भारत ने स्वयं के परिवहन का उपयोग करने की वकालत की है।

इसे भी पढ़ें: पाकिस्तान ड्रोन का इस्तेमाल विस्फोटक गिराने के लिए करता है: सिंह

सूत्रों ने कहा कि भारत यह सुनिश्चित करना चाहता है कि उसके द्वारा भेजे जाने वाली सहायता सीधे तौर पर लाभार्थियों तक पहुंचे और एक विश्वसनीय अंतरराष्ट्रीय एजेंसी के माध्यम से राहत सामग्री का वितरण किया जाए।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने पारगमन सुविधा की अनुमति देने के लिए कई शर्तें रखी हैं। यह पता चला है कि राहत सामग्री की ढुलाई उन कई मुद्दों में से एक है, जिसका दोनों पक्ष समाधान निकालने का प्रयास कर रहे हैं।

इसे भी पढ़ें: अमेरिका के साथ अपने पुराने संबंधों को मजबूत करना चाहता है पाकिस्तान : कुरैशी

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़