पार्टी लाइन से अलग राह पकड़ना पीके और पवन वर्मा को पड़ेगा भारी, कार्रवाई के मूड में नीतीश

सूत्र बता रहे हैं कि पार्टी और इसके मुखिया इन दोनों के खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं। पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने साफ-साफ शब्दों में कहा कि जो भी नेता अनावश्यक बयान दे रहे हैं उससे पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है।
नागरिकता संशोधन विधेयक को संसद की मंजूरी मिल गई लेकिन इसे लेकर राजनीति जारी है। भले ही इस बिल को लेकर जनता दल यू ने भाजपा का साथ दिया है लेकिन अब पार्टी दो फाड़ होती नजर आ रही है। पार्टी उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और वरिष्ठ नेता पवन वर्मा ने CAB का समर्थन करने पर जदयू के फैसले का विरोध किया है।
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सूत्र बता रहे हैं कि पार्टी और इसके मुखिया इन दोनों के खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं। पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने साफ-साफ शब्दों में कहा कि जो भी नेता अनावश्यक बयान दे रहे हैं उससे पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है। पार्टी यह भी मानती है मीडिया और सोशल मीडिया पर अपनी बात रखने की बजाय, दोनों नेता पार्टी फोरम में ही बात रखे।
प्रशांत किशोर और पवन वर्मा द्वारा नीतीश कुमार के फैसले का विरोध करना पार्टी को नागवार गुजर रहा है। प्रशांत किशोर और पवन वर्मा नीतीश कुमार के करीबी नेताओं के निशाने पर आ गए हैं। उधर आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन ने प्रशांत किशोर को अपने साथ आने की बात कही है। राजद ने कहा कि प्रशांत किशोर हमसे जुड़ें, उन्हें हम सम्मान भी देंगे।
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