JNU Vice Chancellor: प्रो शांतिश्री धूलिपुडी पंडित बनीं पहली महिला कुलपति, वरुण गांधी ने उठाए सवाल
प्रोफेसर शांतिश्री धूलिपुडी पंडित जेएनयू की पहली महिला कुलपति होंगी। शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के वीसी के रूप में प्राेफेसर पंडित का कार्यकाल पांच साल की अवधि का होगा।
नयी दिल्ली | सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय की प्रोफेसर शांतिश्री धूलिपुडी पंडित को जेएनयू की नई कुलपति नियुक्त किया गया है। प्रोफेसर शांतिश्री धूलिपुडी पंडित जेएनयू की पहली महिला कुलपति होंगी। शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के वीसी के रूप में प्राेफेसर पंडित का कार्यकाल पांच साल की अवधि का होगा।
जेएनयू के विजिटर और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने प्रोफेसर शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित की बतौर जेएनयू कुलपति नियुक्ति आदेश जारी किए थे। प्रोफेसर पंडित ने अपने अकादमिक कार्यकाल में 29 पीएचडी शोधार्थियों का मार्गदर्शन किया है। यह पहली बार है कि देश के इस प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय की कमान किसी महिला वाइस चांसलर के पास होगी। प्रोफेसर शांतिश्री धूलिपुडी पंडित पुणे विश्वविद्यालय में राजनीति एवं लोक प्रशासन विभाग की प्रोफेसर रही हैं। उनके पास व्यापक अनुभव है। वे जेएनयू की पूर्व छात्रा भी रहीं हैं।
JNU congratulates Prof. Santishree Dhulipudi Pandit for being appointed as the new Vice Chancellor of JNU for a period of five years.@EduMinOfIndia @ugc_india pic.twitter.com/PMzdDyZ6mV
— Jawaharlal Nehru University (JNU) (@JNU_official_50) February 7, 2022
प्रोफेसर पंडित ने जेएनयू से अंतरराष्ट्रीय संबंधों में एमफिल और भारतीय संसद एवं विदेश नीति पर पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है। उन्होंने अमेरिका की नामचीन कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी से सोशल वर्क में डिप्लोमा भी किया है। इसके अलावा इतिहास और सामाजिक मनोविज्ञान में बीए और एमए राजनीति विज्ञान प्रेसीडेंसी कॉलेज, मद्रास से किया है।
वहीं जेएनयू की कुलपति (वीसी) के रूप में शांतिश्री धूलिपुडी पंडित की नियुक्ति पर भाजपा सांसद वरुण गांधी ने कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि इस तरह की ‘औसत दर्जे की नियुक्तियां हमारी मानव पूंजी और युवाओं के भविष्य को नुकसान पहुंचाती हैं।’ वरुण ने पदभार संभालने के बाद पंडित द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति को ट्विटर पर साझा किया और कहा कि यह ‘निरक्षरता’ का प्रदर्शन है। भाजपा सांसद ने कहा, ‘जेएनयू की नई वीसी की यह प्रेस विज्ञप्ति ‘निरक्षरता’ का प्रदर्शन है, जिसमें व्याकरण संबंधी अशुद्धियों की भरमार है।
इस तरह की औसत दर्जे की नियुक्तियां हमारी मानव पूंजी और हमारे युवाओं के भविष्य को नुकसान पहुंचाने का काम करती हैं।’ केंद्र सरकार ने 59 वर्षीय पंडित को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की नई कुलपति नियुक्त किया है, जिससे वह इस विश्वविद्यालय में इस पद पर आसीन होने वाली पहली महिला बन गई हैं। पंडित जेएनयू की छात्रा रह चुकी हैं। उन्होंने यहां से अंतरराष्ट्रीय संबंधों में एमफिल के साथ-साथ पीएचडी की है।
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