रामजस कॉलेज कांड: अदालत छह मार्च को सुनवाई करेगी
एक वकील ने अदालत में आपराधिक शिकायत दायर करके दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में कथित तौर पर देश विरोधी नारेबाजी करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है।
एक वकील ने एक स्थानीय अदालत में आपराधिक शिकायत दायर करके दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में कथित तौर पर देश विरोधी नारेबाजी करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है। अदालत ने इस शिकायत पर अगले हफ्ते सुनवाई करने का फैसला किया है। मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट (सीएमएम) सतीश कुमार अरोड़ा की अदालत में जब शिकायत दाखिल की गई तो उन्होंने वकील से सवाल किया कि वह छात्रों से जुड़े मामले में क्यों दखल देना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि वह मामले को मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अभिलाष मल्होत्रा की अदालत में भेज रहे हैं। सीएमएम ने कहा, ‘‘सुनवाई के लिए और भी जरूरी मुद्दे हैं। यह छात्रों के बीच है। आप इसमें क्यों घुस रहे हैं? मैं इसे मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अभिलाष मल्होत्रा के पास भेज रहा हूं, वह छह मार्च को इस पर विचार करेंगे।’’ वकील विवेक गर्ग की ओर से दाखिल शिकायत में कहा गया है कि उन्होंने मॉरिस नगर पुलिस थाने में शिकायत दायर की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई जिसकी वजह से उन्हें अदालत का रूख करना पड़ा। अपनी शिकायत में गर्ग ने आरोप लगाया कि रामजस कॉलेज में आइसा और एसएफआई के सदस्यों की ओर से बड़े पैमाने पर ‘‘देश विरोधी’’ नारे लगाए गए और उन्होंने बेशर्मी से खुलकर पाकिस्तान जैसे भारत के दुश्मन का कथित समर्थन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपियों की ‘‘आपराधिक हरकतों’’ से आतंकवादियों का मनोबल बढ़ा है।
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