एस जयशंकर ने वांग यी से की मुलाकात, जानिए किन मुद्दो पर हुई चर्चा

S Jaishankar meets Wang Yi

सीमा पर शांति बनाए रखने को लेकर एस जयशंकर ने कहा भले ही दोनों देशों में और तनाव कम करने को लेकर सहमति बनी है। लेकिन लेकिन जमीन पर चीजों को लागू करना मुश्किल रहा है। जयशंकर ने कहा 15 दौर की कमांडर लेवल की वार्ता हुई है और डिसएंगेजमेंट (पीछे हटने) को लेकर सहमति बनी है।

शुक्रवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीनी विदेश मंत्री वांग यी की मुलाकात हुई। चीनी विदेश मंत्री से मुलाकात के बाद एस जयशंकर ने कहा 3 घंटे हमारी बात की कोई 3 घंटे हमारी बातचीत हुई। इसमें हमने द्विपक्षीय मुद्दों समेत कई दूसरे पहलुओं पर बातचीत की। इसके साथ LAC के मसले पर भी हमने बात की।

विदेश मंत्री वांग यी के साथ बैठक के बाद एस जयशंकर ने कहा कि मैंने चीन के विदेश मंत्री से कहा है कि बॉर्डर एरिया में तनाव और भारी सैन्य मौजूदगी के माहौल में दोनों के रिश्ते सामान्य नहीं रह सकते। जयशंकर ने कहा कि उन्होंने वांग यी के जम्मू कश्मीर को लेकर दिए गए बयान पर हमने अपना विरोध दर्ज कराया है। बता दें कि भारत आने से पहले पाकिस्तान में हुई OIC के सम्मेलन में वांग यी ने कहा था कि वह कश्मीर मुद्दे पर मुस्लिम देशों के साथ है।

एस जयशंकर ने कहा कि मैने उनके साथ इस पर चर्चा की और बताया कि यह बयान आलोचनात्मक क्यों है। मैंने उनसे कहा कि चीन भारत को लेकर अपनी आजाद विदेश नीति पर चलेगा और किसी देश को उसे प्रभावित करने नहीं देगा। जयशंकर ने कहा अप्रैल 2020 में चीन की गतिविधियों की वजह से चीन और भारत के रिश्ते पटरी से उतर गए थे। इस मुलाकात में हमने द्विपक्षीय रिश्तों पर भी बातचीत की।

विदेश मंत्री वांगी और विदेश मंत्री एस जयशंकर के बीच द्विपक्षीय के साथ-साथ वैश्विक मसलों पर भी बातचीत हुई। जयशंकर ने कहा कि इस बातचीत के दौरान अफगानिस्तान और यूक्रेन जैसे हम अंतरराष्ट्रीय मसलों पर भी हुई है। इसके अलावा शिक्षा और कारोबार जैसे विषयों पर भी दोनों के बीच बातचीत हुई।

 

सीमा पर शांति बनाए रखने को लेकर एस जयशंकर ने कहा भले ही दोनों देशों में और तनाव कम करने को लेकर सहमति बनी है। लेकिन लेकिन जमीन पर चीजों को लागू करना मुश्किल रहा है। जयशंकर ने कहा 15 दौर की कमांडर लेवल की वार्ता हुई है और डिसएंगेजमेंट (पीछे हटने) को लेकर सहमति बनी है। जयशंकर ने यह भी कहा कि बॉर्डर एरिया में तनाव कम करने के लिए काम किया जा रहा है लेकिन यह जिस गति से किया जाना चाहिए था उस गति से नहीं किया जा रहा है। हमने प्रगति की है और कई गतिरोध के मुद्दे भी हल किए हैं लेकिन अभी भी कुछ मुद्दे बाकी हैं। उन्होंने कहा अभी हमारे रिश्ते सामान्य नहीं हैं, जब तक सीमा क्षेत्र में हालात  असामान्य बने रहेंगे रिश्ते भी असामान्य बने रहेंगे। 

यूक्रेन के मसले पर भी हुई बात

यूक्रेन मसले चीनी विदेश मंत्री के साथ बातचीत को लेकर एस जयशंकर ने कहा कि यूक्रेन पर हमने अपने अपने दृष्टिकोण और परिपेक्ष पर चर्चा की, लेकिन हम एक बात पर सहमत हुए कि संघर्षविराम होना चाहिए और हालात सामान्य होने चाहिए।

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