पनीरसेल्वम के पक्ष में माहौल देख शशिकला की सक्रियता बढ़ी
अन्नाद्रमुक महासचिव वीके शशिकला के साथ कुर्सी की जंग में उलझे तमिलनाडु के कार्यवाहक मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम के पक्ष में समर्थन बढ़ता जा रहा है। उनके साथ अब 11 सांसद आ गए हैं।
चेन्नई। अन्नाद्रमुक महासचिव वीके शशिकला के साथ कुर्सी की जंग में उलझे तमिलनाडु के कार्यवाहक मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम के पक्ष में समर्थन बढ़ता जा रहा है। उनके साथ अब 11 सांसद आ गए हैं। इस बीच शशिकला पार्टी विधायकों को अपने पक्ष में एकजुट रखने की कोशिश में जुटी रहीं और उन्होंने विधायकों को एक रिसॉर्ट में ‘‘बंधक’’ बनाए जाने के आरोपों को बकवास करार दिया। शशिकला ने कहा कि विधायक अपनी मर्जी से रिसॉर्ट में रह रहे हैं और वो ‘‘स्वतंत्र’’ हैं। पनीरसेल्वम ने हालांकि विधायकों को उनकी मर्जी के खिलाफ वहां रखने और ‘‘प्रताड़ित’’ किये जाने का आरोप लगाते हुए उनकी ‘‘रिहाई’’ की मांग की।
रिसॉर्ट में पत्रकारों से बात करते हुए शशिकला ने आरोप लगाया कि पार्टी के कुछ विधायकों को धमकी मिली है कि उनके बच्चों का अपहरण कर लिया जाएगा, लेकिन उन्होंने अपने रिश्तेदारों से उनका ख्याल रखने को कहा है और यहां रह रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह आंदोलन के लिए उनकी प्रतिबद्धता दर्शाता है। मेरा दिल भर आया.. वे (विधायक) प्रतिबद्ध हैं कि अन्नाद्रमुक और सरकार के समक्ष कोई बाधा नहीं आनी चाहिए।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि उनसे अलग हुए लोग और राजनीतिक विरोधी ‘‘झूठ फैला रहे हैं’’ कि विधायकों को बंधक बनाया गया है। अन्नाद्रमुक प्रमुख ने जोर देकर कहा कि न तो उनकी आवाजाही और न ही उनके बात करने पर कोई रुकावट है। उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘आप खुद जाकर देख लीजिए।’’ शशिकला ने कहा, ‘‘वो सभी फोन पर अपने परिवार के साथ संपर्क में हैं।’’ दो दिन में दूसरी बार रिसॉर्ट पहुंचीं शशिकला ने विधायकों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें 129 विधायकों का समर्थन प्राप्त है और यह ‘‘समुद्र’’ की भांति है। उन्होंने कहा, ‘‘आप 129 विधायक एक समुद्र की भांति हैं। कोई भी बांध बनाकर इन्हें रोक नहीं सकता। कोई प्रयास इस सरकार को अस्थिर नहीं कर सकता है। कोई हमें नुकसान नहीं पहुंचा सकता है और डरने की कोई जरूरत नहीं है।’’
शशिकला ने इससे पहले रविवारन को दिन में कहा था कि एक महिला के लिए राजनीति ‘‘बेहद मुश्किल’’ है। वो क्योंकि एक महिला हैं इसलिए उन्हें ‘‘डराने’’ की कोशिश हो रही है लेकिन वो झुकने वाली नहीं हैं। अन्नाद्रमुक प्रमुख ने पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता को नम आंखों से याद करते हुए कहा कि ‘‘उनके काम को आगे बढ़ाने के लिए मैं अपनी जान भी दे दूंगी।’’
वहीं पनीरसेल्वम ने शशिकला पर निशाना साधते हुए कहा कि वो ‘‘घड़ियाली आंसू’’ बहा रही है। उन्होंने विधायकों को ‘‘रिहा’’ करने की मांग की। शशिकला की विधायकों के साथ बैठक के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘उन्हें विधायकों को रिहा करना चाहिए जिससे वो अपने अपने क्षेत्र में जाकर लोगों से मिल सकें और एक अच्छा फैसला ले पायें।’’ खुद को जयललिता का ‘‘कट्टर वफादार’’ बताते हुए उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 20 सालों के दौरान अम्मा (जयललिता) ने एक बार भी मेरी बुराई नहीं की।’’
इससे पहले शशिकला के साथ जारी जंग में उन्हें 6 और सांसदों का समर्थन मिला और उनके पक्ष की स्थिति मजबूत हुई। लोकसभा के पांच सदस्यों- जयसिंह त्यागराज नाटेरजी (तूतीकोरिन), सेंगुटुवन (वेल्लोर), आरपी मुरूतराजा (पेरम्बलुर), आर पार्थिबन (थीनी) और एस. राजेन्द्रन (विल्लुपुरम) ने रविवार को ग्रीनवेज स्थिति पनीरसेल्वम के आवास पर उनसे भेंट कर उन्हें अपना समर्थन दिया। इसके साथ ही कुर्सी की लड़ाई में अभी तक कुल 11 सांसद पनीरसेल्वम के पक्ष में आ गए हैं। राज्यसभा सदस्य आर. लक्ष्मणन भी पाला बदलकर पनीरसेल्वम के साथ खड़े हो गए हैं। इससे नाराज शशिकला ने उन्हें पार्टी के विल्लुपुरम (उत्तरी) प्रमुख के पद से हटा दिया है। अपने शपथ-ग्रहण पर मौजूदा अनिश्चितता के बीच शशिकला अपने खेमे को एकजुट रखने में जुटी हुई हैं, हालांकि सांसद लगातार उनके विरोधी खेमे से जुड़ रहे हैं। रविवार को शशिकला ने चेन्नई के बाहर एक रिसॉर्ट में पिछले दो दिनों से ठहरे विधायकों से भेंट की। तमिलनाडु के 234 सदस्यीय विधानसभा में अन्नाद्रमुक के पास 134 सीटें हैं।
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