तेजस्वी ने छठ पूजा के लिए पर्याप्त संख्या में ट्रेन नहीं चलाने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की

Tejashwi Yadav
ANI

तेजस्वी ने भीड़भाड़ वाली ट्रेन के वीडियो दिखाते हुए आरोप लगाया कि त्योहार के लिए राज्य आए लोगों से “जानवरों जैसा व्यवहार किया गया और उन्हें ट्रेन के शौचालयों में भी यात्रा करने के लिए मजबूर किया गया।

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर छठ पूजा के दौरान “बिहार के लिए पर्याप्त संख्या में ट्रेन नहीं चलाने” का आरोप लगाया।

तेजस्वी ने दावा किया कि लोगों को “अमानवीय परिस्थितियों” में यात्रा करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा, “रेल मंत्री और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार के अन्य मंत्रियों ने सरासर झूठ बोला कि छठ पर्व के अवसर पर बिहार के लिए 13,000 में से 12,000 विशेष ट्रेन चलाई जा रही हैं।”

राजद नेता ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के सत्ता में आने पर श्रमिकों को राज्य में रोजगार देने का आश्वासन देते हुए कहा, “छठ मनाने आए सभी लोगों से मेरा वादा है कि अगले साल हम उन्हें यहीं रोजगार देंगे और वे बिहार में ही अपने परिवारों के साथ त्योहार मनाएंगे।”

तेजस्वी ने कहा, “मैं छठ के लिए बिहार आए सभी लोगों से ‘ठेकुआ’ खाने और बिना वोट डाले अपने कार्यस्थलों पर वापस न जाने का आग्रह करता हूं। उन्हें हमें वोट देना चाहिए, क्योंकि हम राज्य के प्रत्येक परिवार को एक सरकारी नौकरी देने का वादा करते हैं।”

ठेकुआ, छठ पूजा के दौरान प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाने वाला एक पारंपरिक पकवान है। बिहार में दो चरणों में मतदान छह और 11 नवंबर को होगा, जबकि मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी।

तेजस्वी ने भीड़भाड़ वाली ट्रेन के वीडियो दिखाते हुए आरोप लगाया कि त्योहार के लिए राज्य आए लोगों से “जानवरों जैसा व्यवहार किया गया और उन्हें ट्रेन के शौचालयों में भी यात्रा करने के लिए मजबूर किया गया।”

उन्होंने कहा, “राजग शासन में पहले से ही पलायन से जूझ रहे बिहार के लोगों को आस्था के महापर्व छठ के लिए घर आने के लिए उचित संख्या में ट्रेन भी नहीं मिल पा रही हैं। यह बेहद दुखद है।”

तेजस्वी ने संसद में पेश किए गए सरकारी आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि बिहार के तीन करोड़ पंजीकृत प्रवासी हैं, लेकिन अगर अपंजीकृत लोगों को भी शामिल कर लिया जाए, तो वास्तविक संख्या लगभग पांच करोड़ तक हो सकती है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


All the updates here:

अन्य न्यूज़