J&K एयरफोर्स बेस पर महज 5 मिनट में हुए दो धमाके, दो संदिग्ध गिरफ्तार
शनिवार और रविवार की आधी रात को जम्मू के सतवारी एयरफोर्स स्टेशन में दो जोरदार धमाके किए गए। इन धमाको ने जम्मू से दिल्ली तक सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है। इस मामले में दो संदिग्धों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है। इन दोनों संदिग्धों को ही स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया गया है।
शनिवार और रविवार की आधी रात को जम्मू के सतवारी एयरफोर्स स्टेशन में दो जोरदार धमाके किए गए। इन धमाको ने जम्मू से दिल्ली तक सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है। इस मामले में दो संदिग्धों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है। इन दोनों संदिग्धों को ही स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया गया है।
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NIA कर रहा है मामले की जांच
हालांकि अभी मामले में इस बात की जांच की जा रही है कि यह आतंकी हमला है या ब्लास्ट किसी और कारण से हुआ। मामले की जांच के लिए एनआईए को भी मौके पर भेज दिया गया है। जिसमें फॉरेंसिक और खुफिया विभाग की टीम मदद कर रही हैं। मामले में आतंकी हमले की आशंका जताई जा रही है और इसमें क्वॉडकॉपर ड्रोन्स के जरिए स्टेशन पर आसमान से पे लोड गिराए गए हैं।
आपको बता दें कि एयरफोर्स बेस से अंतरराष्ट्रीय सीमा का इलाका महज 14 किलोमीटर की दूरी पर हैय। धमाके की शुरुआती जांच में इस बात शक जताया जा रहा है कि ड्रोन के जरिए बेस की एक इमारत और एक खुली जगह पर विस्फोटक गिराए गए। हालांकि रात के अंधेरे में विस्फोटक कहां गिराए गए इस बात का पता नहीं लग सका लेकिन निशाने पर स्टेशन के टेक्निकल एरिया में रखे एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर थे।
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महज 5 मिनट में हुए धमाके
वहीं इस हमले के बाद से एयरफोर्स बेस की सुरक्षा पर बेहद गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। सूत्रों के अनुसार पहला धमाका रात 1 बजकर 37 मिनट पर और दूसरा 1 बजकर 42 मिनट पर गिराया गया यानि महज 5 मिनट में एयरफोर्स बेस पर दो हमले किए गए। इसके बाद से इलाके में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों को भी मौके पर भेज दिया गया है। मामले में गैर कानून गतिविधि (Prevention) एक्ट की धारा 16 और 18 के तहत केस दर्ज किया गया है। मामले में एनआईए को जांच की जिम्मेदारी दे दी गई है।
एयरबेस की सुरक्षा पर उठने लगे सवाल
वहीं अगर इस बात की पुष्टि हो जाती है कि यह एक आतंकी हमला है तो इसे सुरक्षा के नजरिए से गंभीर सवाल माना जाएगा। आपको बता दें कि ऐसा पहली बार जब किसी सुरक्षा प्रतिष्ठान पर ड्रोन से हमला किया गया है। हालांकि इससे पहले भी कई बार पाकिस्तान भारतीय सीमा में अपने ड्रोन भेज चुका है लेकिन सेना के जवानों ने हमेशा नाकाम किया है।
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