सामना के प्रकाशन पर तीन दिन रोक की मांग पर भड़के उद्धव
महाराष्ट्र भाजपा की एक नेता ने राज्य चुनाव आयोग को पत्र लिखकर शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के प्रकाशन को तीन दिन तक प्रतिबंधित करने की मांग की है।
मुंबई-पुणे। महाराष्ट्र भाजपा की एक नेता ने राज्य चुनाव आयोग को पत्र लिखकर शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के प्रकाशन को तीन दिन तक प्रतिबंधित करने की मांग की है। उन्होंने दावा किया है कि नगर निकाय चुनाव में प्रचार खत्म होने के बाद भी यह मतदाताओं को प्रभावित करेगा। राज्य की 10 नगर निगमों और 25 जिला परिषदों के लिए दूसरे चरण का मतदान 16 और 21 फरवरी को होगा। भाजपा की राज्य इकाई की प्रवक्ता श्वेता शालिनी ने एसईसी को पत्र लिखकर कहा कि चुनाव से दो दिन पहले पार्टियों और प्रत्याशियों की सामग्री प्रकाशित करने या प्रचार करने पर रोक होती है। हालांकि ‘सामना’ इसका उल्लंघन कर रहा है।
शालिनी ने कहा कि मतदान की तारीखों को देखते हुए 16, 20 और 21 फरवरी को ‘सामना’ के प्रकाशन पर रोक होनी चाहएि। इस पर अपनी प्रतिक्रिया में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि ‘सामना को बंद करना कभी संभव नहीं है।’’ उद्धव ने बुधवार शाम को पुणे में एक प्रचार रैली में इस स्थिति की तुलना आपातकाल से की। उन्होंने कहा ‘‘मुझे संदेश मिला है कि भाजपा ने चुनाव आयोग से शिकायत कर सामना का तीन दिन प्रकाशन बंद करने की मांग की है। मेरा सवाल है कि क्या आप आपातकाल लागू करने के लिए इंदिरा गांधी पर आरोप लगाते हैं, क्या यह आपातकाल नहीं है?’’ उन्होंने कहा ‘‘मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री प्रचार के लिए चुनाव वाले इलाकों में क्यों जाते हैं। जब तक आदर्श आचार संहिता लागू है तब तक मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को प्रचार की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।’’
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