फिर से चौधरी लाने के नारे के साथ हुड्डा ने जीत दर्ज की, साख व सियासत दोनों बरकरार
हरियाणा में समीकरण तेजी से बदल रहे हैं। सत्तारूढ़ बीजेपी जहां बहुमत से दूर है और सूबे के मुखिया मनोहर लाल खट्टर को दिल्ली बुलाया गया है। वहीं कांग्रेस भी सरकार बनाने की जद्दोजहद में लगी है। रोहतक जिले की गढ़ी-सांपला- किलोई सीट से ही विधायक बनते रहे हैं। इस बार भी हुड्डा ने जीत दर्ज कर अपनी साख बरकरार रखी।
लगातार एक दशक तक सीएम रहे भूपेंद्र सिंह हुड्डा जाटलैंड रोहतक जिले की गढ़ी-सांपला- किलोई सीट से ही विधायक बनते रहे हैं। इस बार भी हुड्डा ने जीत दर्ज कर अपनी साख बरकरार रखी। गौरतलब है कि इस सीट पर हुड्डा की सियासत और साख को इस बार भाजपा प्रत्याशी सतीश नांदल से चुनौती मिली थी।
#HaryanaAssemblyElections2019: Former CM of Haryana & senior Congress leader Bhupinder Singh Hooda & his son Deepender Singh Hooda at Congress office in Rohtak. pic.twitter.com/iAGJNiBO3Y
— ANI (@ANI) October 24, 2019
बता दें कि हरियाणा में समीकरण तेजी से बदल रहे हैं। सत्तारूढ़ बीजेपी जहां बहुमत से दूर है और सूबे के मुखिया मनोहर लाल खट्टर को दिल्ली बुलाया गया है। वहीं कांग्रेस भी सरकार बनाने की जद्दोजहद में लगी है। सोनिया गांधी ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा को अपने बलबूते फैसले लेने की खुली छूट भी दी है। वहीं राज्य में किंगमेकर की भूमिका में उभरे दुष्यंत चौटाला को लेकर भी अपने पाले में लाने की कवायदें जोर पकड़ने लगी है। इन सब के बीच हुड्डा ने प्रेस कांफ्रेस करते हुए कहा कि हरियाणा का जनादेश बीजेपी के खिलाफ है। लोगों ने बीजेपी के खिलाफ वोट दिया और राज्य में कांग्रेस की सरकार बनेगी। बता दें कि लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा की इस चुनाव में अपने हल्के में साख दांव पर लगी हुई थी। यहर कारण है कि उन्होंने गढ़ी-सांपला-किलोई में इस बार न तो प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने फिर से चौधर लाने का नारा दिया।
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