क्या है Whatsapp जासूसी मामला, एक्शन मोड में आकर गृह मंत्रालय ने कार्रवाई की दी चेतावनी
व्हाट्सएप पर भारतीयों की जासूसी और गोपनीयता भंग करने के मामले में गृह मंत्रालय ने बयान जारी किया और सरकार पर निजता के हनन के आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
व्हाट्सएप पर भारतीयों की जासूसी और गोपनीयता भंग करने के मामला दिन भर सुर्खियों में बना रहा। विपक्षी दलों ने जहां इसको लेकर सरकार पर निशाना साधा वहीं अब गृह मंत्रालय ने इस पर बयान जारी किया है। गृह मंत्रालय ने सरकार पर निजता के हनन के आरोपों को बेबुनियाद बताया है। साथ ही मंत्रालय की ओर से कहा गया कि ऐसा करके सरकार की छवि को खराब करने की कोशिश की गई है। सरकार निजता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार मंत्रालय ने कहा कि यह स्पष्ट है कि भारत सरकार ने कानून के प्रावधानों के अनुसार कड़ाई से काम किया और प्रोटोकॉल का पालन किया. किसी निर्दोष नागरिक का उत्पीड़न न हो या उसकी गोपनीयता भंग न हो, इसके लिए पर्याप्त सुरक्षा उपाय हैं।
Ministry of Home Affairs: Some statements have appeared based on reports in media regarding breach of privacy of Indian citizens on WhatsApp. Attempts to malign govt for reported breach are completely misleading,govt will take action against any intermediary for breach of privacy pic.twitter.com/pwKOXDa4SW
— ANI (@ANI) October 31, 2019
क्या है पूरा मामला
व्हाट्सएप के उस खुलासे से हड़कंप मच जिसमें उसने कहा कि स्पाईवेयर पीगासस भारत में भी एक्टिव था और यहां के लोगों की भी जासूसी कर रहा था। व्हाट्सएप ने अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्स्प्रेस को बताया है कि भारतीय पत्रकार और मानव अधिकार कार्यकर्ता इस जासूसी का टार्गेट थे। हालांकि कंपनी ने ये नहीं बताया है कि इस स्पाईवेयर के जरिए कितने भारतीय लोगों की जासूसी की गई है। चूंकि पीगासस का इस्तेमाल कोई आम शख्स नहीं कर सकता है और इसे एनएसओ ग्रुप ने सरकारों के लिए बनाया गया है। व्हॉट्सएप ने कहा है कि वह एनएसओ समूह के खिलाफ मुकदमा करने जा रही है। यह इजरायल की निगरानी करने वाली कंपनी है। समझा जाता है कि इसी कंपनी ने वह प्रौद्योगिकी विकसित की है जिसके जरिये अज्ञात इकाइयों ने जासूसी के लिए करीब 1,400 लोगों के फोन हैक किए हैं। चार महाद्वीपों के उपयोगकर्ता इस जासूसी का शिकार बने हैं. इनमें राजनयिक, राजनीतिक विरोधी, पत्रकार और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी शामिल हैं। हालांकि, व्हॉट्सएप ने यह खुलासा नहीं किया है कि किसके कहने पर पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के फोन हैक किए गए हैं।
इसे भी पढ़ें: मोदी सरकार जासूसी करते पकड़ी गई, SC इस पर तत्काल ले संज्ञान: सुरजेवाला
खुलासे के बाद कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला बोल दिया। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि मोदी सरकार जासूसी करते पकड़ी गई। सुरजेवाला ने यह भी आग्रह किया है कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट खुद दखल करे एवं सरकार को जवाबदेह भी ठहराए।
Modi Govt caught snooping!
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) October 31, 2019
Appalling but not Surprising!
After all, BJP Govt-
1. Fought against our right to privacy.
2. Set up a multi crore Surveillance Structure until stopped by SC.
S.C must take immediate cognisance & issue notice to BJP Govt.
1/2https://t.co/VFVlEA187E
अन्य न्यूज़