हिंदू पलायन को मजबूर, रेप के मामलों में नंबर 1 बना राज्य, आखिर तालिबान से क्यों होने लगी राजस्थान की तुलना?

gehlot
अभिनय आकाश । Sep 16 2021 1:05PM

सांसद बालकनाथ ने कहा कि जो दृश्य आज राजस्थान में दिखाई दे रहे हैं, वह अफगानिस्तान में जो चल रहा है, वैसे हैं। अपराधी खुले आम गोलीबारी कर रहे हैं और उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है और लोग परेशान हो रहे हैं लेकिन राज्य सरकार कुछ नहीं कर रही है।

हिंदुस्तान से कोसों दूर अफगानिस्तान को तालिबान ने नर्क बना रखा है। लेकिन उसकी गूंज देश की सियासत में गूंज रही है। आए दिन फिल्मस्टार या पॉलिटिकल पार्टी के नेता एक-दूसरे की तुलना तालिबान से करने लग जाते हैं। तालिबान के शासन के बारे में वास्तविकता तो उसी को पता है जो वहां या तो रह रहा है या फिर दहशत में अपना देश छोड़ने पर मजबूर हो गया। लेकिन कैसा होता होगा वो मंजर जब अपने घर, अपनी जमीन सबकुछ छोड़कर खौफ के साये में जाना पड़ता होगा। लेकिन अब भारत के ही राज्य की तुलना एक सांसद की तरफ से तालिबान से की गई है। अलवर से भाजपा सांसद बाबा बालकनाथ ने राजस्थान सरकार की तुलना तालिबान से कर दी है। राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए सांसद ने आरोप लगाया कि राज्य में जब से गहलोत सरकार सत्ता में आई है, अपराधों के ग्राफ में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है और तालिबानी शासन जैसी स्थिति पैदा हो गई है। बालकनाथ ने कहा कि जो दृश्य आज राजस्थान में दिखाई दे रहे हैं, वह अफगानिस्तान में जो चल रहा है, वैसे हैं। अपराधी खुले आम गोलीबारी कर रहे हैं और उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है और लोग परेशान हो रहे हैं लेकिन राज्य सरकार कुछ नहीं कर रही है।

हिन्दुओं का पलायन

राजस्थान के टोंक के कुछ परिवारों ने अपने घरों के बाहर पोस्टर लगाकर जान का खतरा बताया।  इसके साथ ही सीएम गहलोत और प्रधानमंत्री मोदी से सुरक्षा की गुहार भी लगाई। इतना ही नहीं दो दिन पहले बड़ी संख्या में महिला-पुरूष और बच्चों ने मालपुरा में एक रैली निकाली और एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। टोंक का मालपुरा कस्बा साल 1992 में हुए सांप्रदायिक दंगों के बाद से ही संवेदनशील इलाकों में गिना जाता है। यहां बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक समुदायों के बीच पिछले तीन दशक के दौरान कई बार संघर्ष हुए। ताजा मामला जैन समाज और मुस्लिम समाज के इलाकों के बीच एक मकान से हिंदू परिवार के पलायन से जुड़ा है। यहां रह रहे बहुसंख्यक समाज के लोगों का कहना है कि इस क्षेत्र में अब हिन्दू परिवारों में असुरक्षा का डर बढ़ता जा रहा है। यही कारण है कि परिवार पलायन की राह पर हैं।

इसे भी पढ़ें: राजस्थान के 33 जिलों में सरपंच के उपचुनाव के लिए मतदान 28 सितंबर को होगा

 रेप के मामलों में टॉप पर राजस्थान

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो यानी एमसीआरबी की तरफ से जारी बीते दिनों अपराध संबंधित आंकड़े जारी किए गए। जिसमें बताया गया कि पिछले साल पूरे देश में महिलाओं के विरूद्ध अपराध के कुल 3,71,503 मामले दर्ज किए गए। साल 2020 में देश भर में बलात्कार के कुल 28046 मामले दर्ज किए गए, जिसमें से अकेले राजस्थान में कुल 5,310 मामले दर्ज हुए। 

जैसलमेर में तालिबान किक्रेट क्लब 

वैसे राजस्थान में तालिबान के नाम को लेकर इससे पहले भी विवाद हो चुका है, जब एक क्रिकेट क्लब ने अपना नाम तालिबान क्लब रख लिया था।  दरअसल, जैसलमेर के जेसूराना गांव में हर साल की भांति इस साल की तरह इस बार भी स्वर्गीय अलादीन के नाम से क्रिकेट ट्रॉफी का आयोजन करवाया गया। जिसमें आसपास के गांवों की टीम हिस्सा लेती है, लेकिन इस बार इस क्रिकेट ट्रॉफी में तालिबान क्लब नाम से एक टीम ने एंट्री कर ली जिससे हंगामा मच गया। पुलिस को जानकारी मिलने पर सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची तथा आयोजको को पाबंद किया। बाद में आयोजको ने थाने में आकर लिखित में माफी मांगी। 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़