लोगों को संघ के बारे में समझाने के लिए व्यापक जन सहभागिता की आवश्यकता : Mohan Bhagwat

संघ प्रमुख ने कहा, “इस संदर्भ में, देशभर में नए कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें संघ के स्वयंसेवक लोगों से बातचीत करेंगे और इसके बारे में “सटीक और तथ्यात्मक” रूप से जानकारी साझा करेंगे।”
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने बुधवार को कहा कि जनता के साथ गहरी संवाद प्रक्रिया होनी चाहिए, क्योंकि संघ की अब तक की यात्रा “तथ्यों की तुलना में धारणाओं” के माध्यम से फैली है।
संघ प्रमुख ने कहा, “इस संदर्भ में, देशभर में नए कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें संघ के स्वयंसेवक लोगों से बातचीत करेंगे और इसके बारे में “सटीक और तथ्यात्मक” रूप से जानकारी साझा करेंगे।”
भागवत ने यहां आयोजित कार्यक्रम “संघ की 100 वर्ष की यात्रा - नए क्षितिज” में यह बात कही। उन्होंने कहा, “संगठन ने 100 वर्षों का कार्य पूरा कर लिया है और पिछले 10-15 वर्षों से संघ नियमित चर्चा का विषय भी बन गया है। जब चर्चा होती है, तो एक बात स्पष्ट हो जाती है कि शुभचिंतक भी और विरोधी भी धारणाओं के आधार पर बात करते हैं, न कि तथ्यों के आधार पर।
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