PM मोदी की सभा बदल सकती है बिहार चुनाव की धार, राहुल भी दे रहे कड़ी चुनौती

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बिहार में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘बिहार के लोगों ने मन बना लिया है, ठान लिया है कि जिनका इतिहास बिहार को बीमारू बनाने का है, उन्हें आसपास भी नहीं फटकने देंगे।’’

बिहार में चुनाव प्रचार जोरों पर है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी लगातार जारी है। नेता एक-दूसरे पर जमकर बरस रहे है। वही प्रचार के लिए बड़े नेताओं की डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है। इन सबके बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बिहार में अपनी चुनावी सभाएं शुरू कर दी हैं। खास बात यह है कि एनडीए के लगभग सभी उम्मीदवार अपने-अपने क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली चाहते हैं। मोदी के आगे नीतीश की रैली फीकी पड़ रही है। इसके अलावा नीतीश अपने काम पर कम और मोदी के काम पर ज्यादा भरोसा कर रहे है। भाजपा भी अपने केंद्र के कामों पर ही चुनावी समर में आगे बढ़ रही है। उधर, विपक्ष भी लगातार नीतीश कुमार पर हमलावर है। इन सबके बीच बिहार में सबसे बड़ा मुद्दा इस बार रोजगार बनता जा रहा है। जाति और आरक्षण के मुद्दे पीछे छूट गए है। इस सप्ताह बिहार में ताबड़तोड़ रैलियां हुई। इसी पर प्रभासाक्षी ने अपने साप्ताहिक कार्यक्रम चाय पर समीक्षा में परिचर्चा की।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचार करते हुए राष्ट्रीय जनता दल सहित विपक्ष पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार के विकास की हर योजना को ‘‘अटकाने और लटकाने’’ वाले इन दलों ने अपने 15 साल के शासन में राज्य को ‘‘लगातार लूटा और सत्ता को अपनी तिजोरी भरने का माध्यम बनाया।’’ साथ ही प्रधानमंत्री ने दावा किया कि बिहार की जनता भ्रम में नहीं है और उसने आत्मनिर्भरता के लिये नीतीश कुमार के नेतृत्व में राजग सरकार बनाने का मन बना लिया है। बिहार में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘ बिहार के लोगों ने मन बना लिया है, ठान लिया है कि जिनका इतिहास बिहार को बीमारू बनाने का है, उन्हें आसपास भी नहीं फटकने देंगे।’’ प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि जब बिहार के लोगों ने इन्हें (विपक्ष को) सत्ता से बेदखल कर दिया और नीतीश कुमार को मौका दिया तो ये बौखला गए और इसके बाद 10 साल तक इन लोगों ने संप्रग की सरकार में रहते हुए बिहार पर, बिहार के लोगों पर अपना गुस्सा निकाला। डेहरी ऑन सोन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद थे। मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि इन नेताओं को आपकी जरूरतों से कभी सरोकार नहीं रहा। ‘‘इनका ध्यान रहा है अपने स्वार्थों पर, अपनी तिजोरी पर रहा।’’ 

उन्होंने कहा कि यही कारण है कि भोजपुर सहित पूरे बिहार में लंबे समय तक बिजली, सड़क, पानी जैसी मूल सुविधाओं का विकास नहीं हो पाया। मोदी ने कहा राजग के विरोध में विपक्षी दलों ने मिलकर जो ‘पिटारा’ बनाया है, उसकी रग-रग से बिहार के लोग वाकिफ हैं। विपक्षी महागठबंधन पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ जो लोग नक्सलियों को, हिंसक गतिविधियों को खुली छूट देते रहे, आज वे राजग के विरोध में खड़े हैं।’’ मोदी ने कहा, ‘‘आज राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सभी दल मिलकर आत्मनिर्भर, आत्मविश्वासी बिहार के निर्माण में जुटे हैं। बिहार को अभी भी विकास के सफर में मीलों आगे जाना है। नयी बुलंदी की तरफ उड़ान भरनी है।’’ उन्होंने लोगों को सचेत किया, ‘‘बिहार आत्मनिर्भरता के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। अगर बिहार में विरोध और अवरोध को जरा भी मौका मिला तो बिहार की गति और प्रगति दोनों धीमी पड़ जाएगी।’’ मोदी ने अपने संबोधन के दौरान बिहार के लोगों को राजद नीत पूर्ववर्ती बिहार सरकार के शासनकाल के दौरान कानून एवं व्यवस्था की खराब स्थिति को याद दिलाया। मोदी ने कहा, ‘‘ आज बिहार में पीढ़ी भले बदल गई हो, लेकिन बिहार के नौजवानों को ये याद रखना है कि बिहार को इतनी मुश्किलों में डालने वाले कौन थे?’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज भी बिहार की अनेक समस्याओं की जड़ में 90 के दशक की अव्यवस्था और कुशासन है।’’ 

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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ जारी गतिरोध के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया कि हिंदुस्तान की जमीन से चीनी सैनिकों को कब भगाया जायेगा। साथ ही कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि किसी चीनी सैनिक के हिंदुस्तान की जमीन पर मौजूद नहीं होने की बात कहकर प्रधानमंत्री ने हमारे सैनिकों का ‘अपमान’ किया है। राहुल गांधी ने बिहार के नवादा और कहलगांव में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए, हाल ही में बनाए गए कृषि संबंधी तीन कानून, जीएसटी, लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों का पलायन और नोटबंदी सहित विभिन्न मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव के साथ नवादा की रैली को संबोधित कर रहे राहुल ने बिहार में बेरोजगारी का मुद्दा भी उठाया। इस मुद्दे पर केंद्र और बिहार की राजग सरकार को घेरते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नोटबंदी, जीएसटी और कोरोना वायरस संकट के समय लोगों की आर्थिक मदद नहीं कर किसानों, छोटे कारोबारियों, मजदूरों, छोटे उद्यमियों की कमर तोड़ दी है। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बंगाल भाजपा द्वारा आयोजित पूजा का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं महाषष्ठी पर दुर्गा पूजा उत्सव का हिस्सा बनकर सौभाग्यशाली महसूस कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि मैं कोविड-19 महामारी के दौरान आयोजित की जा रही दुर्गा पूजा का जश्न मनाते समय सभी से सामाजिक दूरी बनाए रखने और मास्क पहनने का अनुरोध करता हूं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी मां दुर्गा ‘दारिद्रय दु:ख भय हारिणि’ कही जाती हैं, ‘दुर्गति-नाशिनी’ कही जाती हैं। अर्थात, वो दुखों को, दरिद्रता को, दुर्गति को दूर करती हैं। इसलिए, दुर्गापूजा तभी पूरी होती है जब हम किसी के दुख को दूर करते हैं, किसी गरीब की मदद करते हैं।

उन्होंने आगे कहा कि महिषासुर का वध करने के लिए माता का एक अंश ही पर्याप्त था, लेकिन इस कार्य के लिए सभी दैवीय शक्तियां संगठित हो गई थीं। वैसे ही नारी शक्ति हमेशा से सभी चुनौतियों को परास्त करने की ताकत रखती है। ऐसे में सभी का दायित्व है कि संगठित रूप से सभी उनके साथ खड़े हों। प्रधानमंत्री ने कहा कि महिलाएं मां दुर्गा का प्रतीक हैं, हम विभन्न नीतियों और योजनाओं के जरिए महिला सशक्तिकरण के लिए काम कर रहे हैं। 

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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