ओलंपिक स्पर्धाओं में बदलाव से निशानेबाजी पर असर: नारंग

[email protected] । Feb 8 2017 4:15PM

ओलंपिक कांस्य पदकधारी गगन नारंग ने कहा कि अगर भविष्य में ओलंपिक के लिये आईएसएसएफ एथलीट आयोग की मिश्रित टीम की सिफारिश को विश्व संस्था ने मंजूरी दे दी तो इससे निशानेबाजी के माहौल को करार झटका लगेगा।

नयी दिल्ली। ओलंपिक कांस्य पदकधारी गगन नारंग ने कहा कि अगर भविष्य में ओलंपिक के लिये आईएसएसएफ एथलीट आयोग की मिश्रित टीम की सिफारिश को विश्व संस्था ने मंजूरी दे दी तो इससे निशानेबाजी के माहौल को करार झटका लगेगा। इस फैसले को मिश्रित प्रतिक्रिया मिली है, भारत के एकमात्र व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदकधारी अभिनव बिंद्रा की अध्यक्षता वाली आईएसएसएफ एथलीट समिति ने ओलंपिक खेलों के लिये मिश्रित टीम स्पर्धा की सिफारिश की है। पैनल ने डबल ट्रैप पुरूष स्पर्धा की जगह मिश्रित ट्रैप स्पर्धा के अलावा 50 मी प्रोन पुरूष स्पर्धा को मिश्रित एयर राइफल स्पर्धा और 50 मी पिस्टल पुरूष स्पर्धा को मिश्रित एयर पिस्टल स्पर्धा में बदलने की मांग की है। 

नारंग ने कहा, ‘‘निशानेबाजी खेल के माहौल को इन तीन स्पर्धाओं के ओलंपिक कार्यक्रम से हटने करारा झटका लगेगा।’’ नारंग हालांकि इससे ज्यादा दुखी नहीं है लेकिन इसे अपनाने के लिये तैयार हैं। जब नारंग से उनके बयान को विस्तार से बताने के लिये कहा गया तो नांरग ने कहा, ‘‘पूरी दुनिया में प्रोन स्पर्धा काफी लोकप्रिय है और समझो कि अगर इसे हटा लिया गया तो कई निशानेबाज जो सिर्फ प्रोन में ही निशानेबाजी कर रहे हैं, वे बाहर हो जायेंगे।’’ उन्होंने कहा कि उपकरण बनाने वाली इकाईयों पर भी काफी असर पड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘‘उपकरण बनाने वाली कंपनियां इन्हें बनाना बंद कर देगी जो 50 मी प्रोन और 50 मी पिस्टल स्पर्धा के लिये चाहिए होते हैं।''

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