एप्पल मैकबुक यूजर्स सावधान हो जाएं! न्यू मैलवेयर 100 मिलियन डिवाइसों के लिए खतरा, कैसे फैलता है

एप्पल मैकबुक यूजर्स को सर्तक रहने की जरुरत है। दरअसल, चेप पॉइंट रिसर्च ने Banshee मैलवेयर के एक नए संस्करण का पता लगाया है जो 100 मिलियन macOS उपयोगकर्ताओं को खतरे में डालता है। यह छिपा हुआ मैललेयर संवेदनशील डेटा चुराता है और पता भी नहीं चलता है।
यह खबर एप्पल मैकबुक यूजर्स के लिए है। इन मैकबुक यूजर्स को सावधना रहने की काफी जरुरत है। क्योंकि, Banshee मैलवेयर का एक नया वैरिएंट पाया गया है, जो 100 मिलियन macOS यूजर्स की ऑनलाइन सुरक्षा को खतरे में डाल रहा है। नए मैलवेयर वैरिएंट का पता चेक पॉइंट रिसर्च के सुरक्षा शोधकर्ताओं ने लगाया है, जो दावा करते हैं कि Banshee का इस्तेमाल macOS यूजर्स के ब्राउजर क्रेडेंशियल, क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट और अन्य संवेदनशील डेटा चुराने के लिए किया जा रहा है।
चेकपॉइंट रिसर्च ने कहा, "यह गुप्त मैलवेयर सिर्फ घुसपैठ नहीं करता, बल्कि यह बिना पकड़े काम करता है, सामान्य सिस्टम प्रक्रियाओं के साथ सहजता से घुलमिल जाता है और ब्राउजर क्रेडेंशियल, क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट, यूजर्स पासवर्ड और डेटा चुरा लेता है। बैन्शी में सबसे खतरनाक बात तो यह है कि इसका पता लगने से बच निकलने की क्षमता।"
बैन्शी मैलवेयर क्या है?
आपको बता दें कि, Banshee macOS स्टीलर को सबसे पहले 2024 के मध्य में चेकपॉइंट द्वारा खोजा गया था। इसे XSS और एक्सप्लॉइट और टेलीग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर "स्टीलर-एज-ए-सर्विस" के रूप में विज्ञापित किया गया था, जहां खतरे वाले MacOS यूजर्स को टारगेट करने के लिए इस मैलवेयर को खरीद सकते थे।
इससे पहले भी बैन्शी का एक और नया अज्ञात संस्करण पाया गया था, जिसने एप्पल के एक्सप्रोटेक्ट एंटी-वायरस इंजन से स्ट्रिंग एन्क्रिप्शन एल्गोरिथ्म चुराया था और जो प्लेनटेक्स्ट स्ट्रिंग्स की वर्जन बनाया गया है। आसान शब्दों में बताएं तो, नए बदलावों ने बैनशी को दो महीने से ज्यादा समय तक एंटी-वायरस सॉफ्टवेयर द्वारा पता लगाने से बचने की अनुमति दी, क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि Apple के सुरक्षा सॉफ्टवेयर से ऐसा ही व्यवहार होगा।
इस दौरान बैनशी को फिशिंग कई वेबसाइटों और और GitHub रिपॉजिटरी के जरिए मैलवेयर के रुप में वितरित किया गया, जो Google Chrome, Telegram और Trading View जैसे लोकप्रिय सॉफ्टवेयर के रुप में प्रस्तुत किया गया।
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