अबतक परेशान थे बाबा वेंगा की भविष्यवाणियों से, Bhavishya Malika 2025 के खुलासे हैं डवारने

समय समय पर इनकी भविष्यवाणियों पर लोगों को भरोसा हुआ है और ये सच भी साबित होती रही है। वहीं इनके अलावा उड़िया भाषा में लिखी भविष्य मालिका का जिक्र भी होता है, जो एक प्राचीन पुस्तक है। इसे संत अच्युतानंद दास ने लिखा है। भविष्य मालिका में कलयुग को लेकर कई भविष्यवाणियां हुई है।
नए साल के शुरु होने के बाद भविष्यवाणियों की चर्चा होती रही है। दुनिया में कई ऐसे लोग हैं जिनकी भविष्यवाणियों को सच माना जाता है और उन पर भरोसा किया जाता है। भविष्यवाणियों को सच मानने में बाबा वेंगा और नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी पर पूरा भरोसा किया जाता है।
समय समय पर इनकी भविष्यवाणियों पर लोगों को भरोसा हुआ है और ये सच भी साबित होती रही है। वहीं इनके अलावा उड़िया भाषा में लिखी भविष्य मालिका का जिक्र भी होता है, जो एक प्राचीन पुस्तक है। इसे संत अच्युतानंद दास ने लिखा है। भविष्य मालिका में कलयुग को लेकर कई भविष्यवाणियां हुई है। इसमें ये भी लिखा है कि कलयुग का अंत कैसे होगा।
बता दें कि 16वीं शताब्दी के दौरान पांच महापुरुषों ने अपनी तपस्या और ज्ञान के आधार पर कुल 318 पुस्तकें लिखी थी। इन्हीं पुस्तकों में भविष्य मालिका का नाम भी है। इस पुस्तक में वर्ष 2025 में होने वाली कुछ बड़ी घटनाओं के बारे में जानकारी दी गई है।
भविष्य मालिका 2025 की भविष्यवाणियां
तीसरा विश्वयुद्ध- इस पुस्तक में शनि के मीन राशि में होने वाले गोचर का जिक्र किया गया है जिससे कई भविष्यवाणियां भी संबंधित है। वर्ष 2025 में ही तीसरा विश्वयुद्ध होने वाला है। इसकी शुरुआत इस वर्ष हो सकती है। ये ऐसा समय है जब कई देशों के बीच जबरदस्त तनाव की स्थिति देखने को मिल सकती है।
हवा और आग का कहर - भविष्य मालिका की मानें तो वर्ष 2025 में आसमान से आग निकलेगी। इस वर्ष परमाणु बम विस्फोट, भयंकर गर्मी या आग से होने वाली दुर्घटनाएं देखने को मिल सकती है। इस वर्ष बेहद अधिक गर्मी के अलावा सर्दी भी अधिक हो सकती है। सर्दी ऐसी की लोगों का खून जमाने में भी पीछे ना रहे। वर्ष 2025 मंगल का साल बताया गया है जो मूल रूप से रक्त और ऊर्जा के कारक है। इस दौरान मंगल का प्रभाव दिख सकता है।
भविष्य मालिका के मुताबिक इस दौरान शीतलहर का प्रकोप देखने को मिल सकता है। ये फसल और खेती को बर्बाद करने में अहम भूमिका निभा सकती है। अनाज की कमी भी हो सकती है जिससे लोग भूख से मरने को हो सकते है। इस पुस्तक में सांप्रदायिक हिंसा का भी जिक्र किया गया है जिसके मामले इस वर्ष सामने आ सकते है। ये देश में अव्यवस्था का कारण बन सकता है। इस कारण देश में तनाव की स्थिति होगी और नई महामारी भी लोगों को घेर सकती है।
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