World's Largest Temple: अंकोरवाट को पीछे छोड़ ये बना दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर, सोने की परत से सजे हैं शिखर

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कंबोडिया के अंकोरवाट मंदिर को दुनिया के सबसे बड़े मंदिर का दर्जा प्राप्त है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अब पश्चिमी बंगाल के मायापुर में दुनिया के सबसे बड़े मंदिर का निर्माण हो रहा है। यह मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है।

क्या आपको पता है कि दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर कहां है। यदि आप इस का जवाब कंबोडिया का अंकोरवाट कहेंगे तो बता दें कि अब आपका यह जवाब गलत होगा। क्योंकि अब दुनिया का एक और सबसे बड़ा मंदिर बनकर तैयार हो रहा है। यह मंदिर अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर से ही नहीं बल्कि कंबोडिया के अंकोरवाट मंदिर से भी बड़ा है। आज हम आपको इस आर्टिकल में बताने जा रहे हैं कि यह मंदिर कौन सा है और कहां पर इसका निर्माण हो रहा है।

यहां बन रहा सबसे बड़ा मंदिर

यह दुनिया का सबसे बड़ा वैदिक मंदिर है। जो 18 लाख वर्ग मीटर में फैला हुआ है। जबकि कंबोडिया में स्थित दुनिया का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर 16 लाख वर्ग मीटर में बना है। पश्चिमी बंगाल के मायापुर में इस मंदिर का निर्माण हो रहा है। बताया जा रहा है कि दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर साल 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा। इस मंदिर का निर्माण कार्य साल 2009 से हो रहा है। यानि की पिछले 14 सालों से इस मंदिर को बनाया जा रहा है। इस भव्य मंदिर के चैयरमेन अमेरिका के दिग्गज बिजनेसमैन और फोर्ड कंपनी के मालिक अल्फ्रेड फोर्ड हैं। उन्होंने इस मंदिर के निर्माण कार्य के लिए 250 करोड़ रुपए का दान किया है।

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यहां घूम सकते हैं 1 लाख लोग

18 लाख वर्ग मीटर परिसर में फैले इस मंदिर में करीब 1 लाख लोग आराम से घूम सकते हैं। इस मंदिर की लागत करीब 1 हजार करोड़ रुपए की है। इस मंदिर की 113 मीटर ऊंचाई और 65032 वर्ग मीटर चौड़ाई है। यह मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है। साथ ही यह मंदिर सभी धर्म के लोगों के लिए खुला रहेगा। इसके अलावा इस मंदिर में साल भर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में सभी लोग भाग ले सकेंगे।

शिखर पर लगी है सोने की परत

साल 2014 में इस मंदिर की पहचान दुनिया के सबसे बड़े मंदिर के तौर पर होगी। मंदिर के तीन शिखर इसके आकर्षण का प्रमुख केंद्र हैं। इन शिखरों पर सोने की परत चढ़ी है। बता दें कि मंदिर के शिखर पर जाने के लिए 14 लिफ्ट लगाई गई हैं।

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