देश पहले आता है, कलाकार बाद में: नाना पाटेकर

दिग्गज अभिनेता नाना पाटेकर भी इस बहस में शामिल हो गए हैं कि पाकिस्तानी कलाकारों पर बॉलीवुड में काम करने पर रोक लगनी चाहिए या नहीं। उनका कहना है कि देश सबसे पहले आता है तथा सैनिक उसके सबसे बड़े नायक हैं।

मुम्बई। दिग्गज अभिनेता नाना पाटेकर भी इस बहस में शामिल हो गए हैं कि पाकिस्तानी कलाकारों पर बॉलीवुड में काम करने पर रोक लगनी चाहिए या नहीं। उनका कहना है कि देश सबसे पहले आता है तथा सैनिक उसके सबसे बड़े नायक हैं। पाटेकर ने कहा, ‘‘पाकिस्तानी अभिनेता एवं हर चीज बाद में आती है, पहले मेरा देश आता है। मैं अपने देश के सिवा किसी को नहीं जानता और न ही जानना चाहूंगा। कलाकार राष्ट्र के सामने खटमल हैं। हमारी कोई औकात नहीं है।’’ उरी हमले के आलोक में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने फवाद खान और माहिरा खान जैसे पाकिस्तानी कलाकारों से भारत छोड़ने को कहा था और यह धमकी भी दी थी कि अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो उनकी फिल्म की शूटिंग रोक दी जाएगी। मनसे ने भारतीय फिल्मोद्योग में काम कर रहे पाकिस्तानी कलाकारों पर रोक लगाने की भी मांग की थी, जिसके बाद इंडियन मोशन पिक्चर्स आर्टिस्ट्स एसोसिएशन ने दोनों पड़ोसी देशों के बीच संबंध के सामान्य होने तक पाकिस्तानी कलाकारों एवं तकनीशियनों के बॉलीवुड में काम करने पर रोक लगा दी थी। 

बॉलीवुड पाकिस्तानी कलाकारों पर रोक लगाने के मुद्दे पर बंट गया है। सलमान खान, करन जौहर, अनुराग कश्यप, हंसल मेहता, ओमपुरी और नागेश कुकुनूर उन लोगों में हैं, जिन्होंने रोक का विरोध किया है। दूसरी ओर रणदीप हुड्डा, सोनाली बेंद्रे जैसी फिल्मी हस्तियों ने इस पाबंदी का समर्थन किया है। जब इस संबंध में पूछा गया तो पाटेकर ने कहा, ‘‘सैनिक सबसे बड़े हीरो हैं। कोई भी उनसे बड़ा हीरो नहीं हो सकता। हम (सेलिब्रिटीज) सामान्य और बनावटी लोग हैं। हम जो कहते हैं उसपर तवज्जो मत दीजिए। क्या आप समझ रहे हैं कि मेरा इशारा किस तरफ है? हां, मैं उन लोगों के बारे में बात कर रहा हूं। उनका इतना वजूद नहीं है कि उन्हें कोई महत्व दिया जाए।''

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