विशेष अदालत ने 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला मामले में सुनवाई स्थगित की

2G Spectrum scam CBI special court defers hearing to November 7

दिल्ली की एक विशेष अदालत ने 2जी स्पेक्ट्रम मामलों की सुनवाई को स्थगित कर दिया। इस मामले में पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा और द्रमुक सांसद कनिमोझी भी आरोपी हैं।

नयी दिल्ली। दिल्ली की एक विशेष अदालत ने 2जी स्पेक्ट्रम मामलों की सुनवाई को स्थगित कर दिया। इस मामले में पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा और द्रमुक सांसद कनिमोझी भी आरोपी हैं। 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले से संबंधित मुकदमों की सुनवाई कर रहे विशेष न्यायाधीश ओ पी सैनी ने यूनीटेक लिमिटेड के एमडी संजय चंद्रा और बॉलीवुड प्रोड्यूसर करीम मोरानी के खिलाफ भी प्रोडक्शन वारंट जारी किए। दूसरे मामलों में न्यायिक हिरासत में होने के कारण ये अदालत में मौजूद नहीं थे।

रियल एस्टेट कंपनी यूनीटेक लिमिटेड के खिलाफ धोखाधड़ी के कई मामलों के संबंध में चंद्रा तिहाड़ जेल में बंद है जबकि मोरानी कथित रूप बलात्कार के एक मामले में हैदराबाद जेल में बंद हैं। इस मामले के अन्य आरोपी अदालत में मौजूद रहे। सीबीआई द्वारा दायर दो और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दायर एक मामले की सुनवाई कर रही अदालत ने अगली सुनवाई के लिए सात नवंबर की तारीख तय की और उसी दिन वह फैसला सुनाने की तारीख पर निर्णय कर सकती है।

सीबीआई द्वारा दायर पहले मामले में जिन लोगों पर मुकदमा चलाया गया है उनमें पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा, राजा के पूर्व निजी सचिव आर के चंदोलिया, स्वान टेलीकॉम प्रोमोटर्स शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका, यूनीटेक लिमिटेड के एमडी चंद्रा और रिलायंस अनिल धीरुभाई अंबानी ग्रुप के तीन शीर्ष कार्यकारी गौतम दोशी, सुरेंद्र पिपारा और हरि नायर के साथ-साथ राजा और कनिमोझी शामिल हैं।

कुसेगांव फ्रूट्स एंड वेजीटेबल्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक आसिफ बलवा और राजीव अग्रवाल, कलैगनार टीवी के निर्देशक शरद कुमार और करीम मोरानी भी इस मामले में आरोपी हैं। इन 14 के अलावा तीन दूरसंचार कंपनियां स्वान टेलीकॉम प्राइवेट लिमिटेड (एसटीपीएल), रिलायंस टेलीकॉम लिमिटेड और यूनीटेक वायरलेस (तमिलनाडु) लिमिटेड पर भी इस मामले में मुकदमा चल रहा है। सीबीआई के दूसरे मामले में एस्सार समूह के प्रोमोटर्स रवि रूइया और अंशुमन रूइया, लूप टेलीकॉम के प्रोमोटर्स किरन खेतान, उसके पति आई पी खेतान और एस्सार समूह के निदेशक (रणनीति एवं योजना) विकाश सराफ मुकदमे का सामना कर रहे हैं।

तीन कंपनियां लूप टेलीकॉम लिमिटेड, लूप मोबाइल इंडिया लिमिटेड और एस्सार टेली होल्डिंग लिमिटेड के नाम भी आरोपपत्र में शामिल हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने घोटाले के संबंध में धन शोधन से जुड़े मामले में अप्रैल 2014 में 19 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था जिनमें राजा, कनिमोझी, शाहिद बलवा, विनोद गोयनका, आसिफ बलवा, राजीव अग्रवाल, करीम मोरानी और शरद कुमार भी शामिल हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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