रेलवे स्टेशनों पर लगे वाई-फाई नेटवर्क के मौद्रीकरण के लिए करार

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रेलटेल ने मंगलवार को बयान में कहा कि उसने मुंबई स्थित कंपनी थ्रीआई इन्फोटेक लिमिटेड की अगुवाई वाले एक गठजोड़ के साथ यह समझौता किया है। वैश्विक सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी थ्रीआई इन्फोटेक के साथ यह करार पांच साल का है।

रेल मंत्रालय के संचार उपक्रम रेलटेल ने देशभर के 6,100 से अधिक रेलवे स्टेशनों पर लगी अपनी वाई-फाई परियोजना को बाजार पर चढ़ाने (मौद्रीकरण) के लिए एक प्रौद्योगिकी फर्म के साथ करार किया है। रेलटेल ने मंगलवार को बयान में कहा कि उसने मुंबई स्थित कंपनी थ्रीआई इन्फोटेक लिमिटेड की अगुवाई वाले एक गठजोड़ के साथ यह समझौता किया है। वैश्विक सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी थ्रीआई इन्फोटेक के साथ यह करार पांच साल का है।

इस गठजोड़ में फॉरेंसिक्स इंटेलिजेंस सर्विलांस एंड सिक्योरिटी टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड (एफआईएसएसटी) और येलो इंक भी शामिल हैं। इस समझौते के तहत रेलवे के एकीकृत सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क पर रेल यात्रियों के लिए लक्षित विज्ञापनों और मल्टी-मीडिया सूचना सेवा के जरिये राजस्व पैदा करने पर जोर रहेगा। यह सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क के उपभोक्ताओं से राजस्व सृजन का पहला बहु-वर्षीय समझौता है। राजस्व का बड़ा हिस्सा विज्ञापनों से आएगा। पांच वर्षों में इससे करीब 250 करोड़ रुपये का राजस्व इकट्ठा होने की उम्मीद है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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